आंखों को प्रदूषण से बचाना हो तो करें चश्मा का उपयोग : डॉ. मनोज कुमार
दरभंगा। प्रदूषित वातावरण से सबसे अधिक खतरा आंखों को रहती है। ऐसे वातावरण में केमिकल मिला हुआ रहता है।
दरभंगा। प्रदूषित वातावरण से सबसे अधिक खतरा आंखों को रहती है। ऐसे वातावरण में केमिकल मिला हुआ रहता है। इसके कारण आंखों के बाहरी परत पर यह केमिकल बैठ जाता है। इसके कारण आंखों में खुजलाहट, जलन, पानी का आना, लाल होना आदि की शिकायत बनी रहती है। इसके कारण कॉर्निया में खराबी होने की शिकायत रहती है। इस मौसम में आंखों में एलर्जी, पानी गिरना, लाली समेत अन्य शिकायत होने का खतरा बना रहता है। दैनिक जागरण की ओर से गुरुवार को आयोजित प्रश्न पहर में डीएमसीएच के प्रोफेसर डॉ. मनोज कुमार ने सलाह देते हुए कहा कि इन दिनों प्रदूषित वातावरण के कारण आंखों में कई रोगों के होने का खतरा रहता है। इससे परहेज करना हो तो फुल्ली कवर वाला चश्मा आंखों पर लगाएं। सवाल : आंखों में जलन, लाली और दर्द की शिकायत रहती है।
जवाब : प्रदूषण वाले वातावरण से बचे। अगर यह लक्षण हो तो ऑडिन ड्रॉप दो-दो बूंद तीन बार डालें। प्रदूषण के प्रभाव से बचाव के लिए एक्वस आई ड्रॉप दो-दो बूंद डालें। सवाल : दो चार दिनों से दाएं आांख में खुजलाहट है। छोटा अक्षर देखने में काफी परेशानी होती है।
जवाब : विलोनी आई ड्रॉप दो बार आंखों में डालें। पोलिविन आई ड्रॉप चार बार आंखों में रखे। अधिक परेशानी पर डीएमसीएच के ओपीडी में आकर जांच कराए। सवाल : स्नान के बाद आंख लाल हो जाता है। इसके साथ आंखों में नोचने की शिकायत रहती है।
जवाब : आडिन आई ड्रॉप एक दिन में तीन से चार बार आंखों में रखें। विलिनोई आई ड्रॉप दो बार डालें। इस ड्रॉप का सेवन 15 दिनों तक करें। सवाल : आंखों से पानी गिरने की शिकायत रहती है। यह शिकायत बाहर से सफर के बाद घर लौटने के पर होती है।
जवाब : यह शिकायत को दूर करने के लिए आंखों पर चश्मे का उपयोग करें। चेहरे पर पारदर्शी वाले हेलमेट का भी इस्तेमाल करें।
सवाल : दिनभर खेत में काम करते हैं। शाम के बाद आंखों में किसी चीज के गड़ने की शिकायत होती है।
जवाब : खेत में काम करने वक्त आंखों को ढककर रखें। खेतो में धूल से बचें। साफ पानी से आंख को सुबह-शाम धोएं।