प्रभु यीशु के दुखभोग में सहभागी बने श्रद्धालु
दोनार स्थित होली रोजरी चर्च में शुक्रवार को गुड फ्राइडे मनाया गया। उपवास व परहेज के साथ श्रद्धालु प्रभु येसु के दुखभोग में सहभागी बने।
दरभंगा। दोनार स्थित होली रोजरी चर्च में शुक्रवार को गुड फ्राइडे मनाया गया। उपवास व परहेज के साथ श्रद्धालु प्रभु येसु के दुखभोग में सहभागी बने। होली क्रॉस स्कूल से चर्च तक क्रुस्त्रास्ता अर्थात प्रभु येसु के दुखभोग में उन चौदह स्थानों को याद किया गया। क्रूस की आराधना की गई और फिर शाम साढ़े छह बजे सभी भक्तों ने एक साथ अपना उपवास तोड़ा। होली रोजरी चर्च के फादर सुशील गाब्रियल ने कहा कि अक्सर हम सोचते हैं कि इस दिन तो प्रभु येसु ने कष्ट सहा, लहु बहाया, क्रूस जैसे अपमानित मृत्यु को गले लगाया, फिर यह कैसा गुड फ्राइडे। यदि प्रभु चाहते तो बड़ी आसानी से इस कष्ट एवं अपमानजनक मृत्यु को टाल सकते थे, क्योंकि यह वहीं प्रभु हैं जिन्होंने कई मुद्दों को फिर से जिलाया था, रोगियों को चंगा किया और अंधों को ²ष्टि दान दिया। लेकिन, प्रभु ने इस अपमानजनक मृत्यु को बड़े प्रेम से ग्रहण किया ताकि हम मनुष्य उनके इस बलि द्वारा अपने पापों से मुक्ति प्राप्त कर सके। प्रभु ने हम मनुष्यों के लिए स्वयं को बलि चढ़ाया, श्रापित क्रूस को वरदान का चिन्ह व मृत्यु को अनंत जीवन का मार्ग बना दिया, इसलिए इस यह दिन गुड फ्राइडे है। फादर ने बताया कि रविवार को इस्टर मनाया जाएगा। कहा कि यदि पास्का पर्व अर्थात इस्टर नहीं होता तो गुड फ्राइडे और क्रिसमस का कोई महत्व नहीं होता। प्रभु येसु ने जैसा कि पहले ही कहा था, ठीक उसी प्रकार अपने मृत्यु के तीसरे दिन अर्थात ईस्टर संडे के दिन मृत्यु, पाप और हर प्रकार की शैतानी ताकतों पर विजय प्राप्त कर जीवित हो उठे और शिष्यों को दर्शन दिए, उनके साथ्ज्ञ चले, रहे और भोजन किए। इस विजयोत्सव को मनाने के लिए रविवार की पूर्व संध्या से ही श्रद्धालु चर्च में जुटेंगे और रात 11 बजे से पास्का पर्व जागरण की धर्मविधि प्रारंभ होगी जो रात दो बजे तक चलेगी।
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