गोल्ड मेडल पाने वालों ने बयां की खुशी
गोल्ड मेडल पाना हर छात्र का सपना होता है। आज मेरा यह सपना पूरा हो गया।
दरभंगा। गोल्ड मेडल पाना हर छात्र का सपना होता है। आज मेरा यह सपना पूरा हो गया। गोल्ड मेडल के साथ ही ओवरऑल टॉपर का खिताब मिलना अपने आप में किसी सपने के पूरा होने जैसा है। यह सब अपनी मेहनत व गुरुओं के आशीर्वाद से ही संभव हो पाया है। मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि अपने जीवन में गुरुओं व संस्थान के ऋण को संस्कृत का विकास कर उतार सकूं।
मनोरंजन कुमार झा, वेद कुलाधिपति के हाथ से गोल्ड मेडल पाकर काफी खुश हूं। कभी सोचा नहीं था कि इतनी बड़ी सफलता मिलेगी। टॉपर का गोल्ड मेडल पाकर काफी खुशी हो रही है। साथ ही एक जिम्मेवारी का एहसास भी हो रहा है। मैं पूरा प्रयास करूंगी कि संस्कृत के विकास के लिए कुछ कर सकूं। संस्कृत हमारी संस्कृति का परिचायक है। इस सफलता में शिक्षकों का मार्गदर्शन व परिवार के लोगों का सहयोग काफी सहायक रहा।
ब्यूटी कुमारी, साहित्य शिक्षकों के सहयोग और स्वाध्याय के बिना यह सफलता मुमकिन नहीं थी। मेहनत से कुछ भी असंभव नहीं होता। गोल्ड मेडल पाकर हिम्मत बढ़ी है। आगे संस्कृत के विकास के लिए कार्य करना है।
रविरंजन कुमार झा, व्याकरण - राज्यपाल के हाथों मेडल पाना बड़ी बात है। पिछले साल जब तीन सत्रों के छात्रों को एक साथ डिग्री मिली तो उम्मीद जगी की मुझे भी दीक्षा समारोह में डिग्री प्राप्त होगी। आज वह सपना पूरा हुआ, वो भी गोल्ड मेडल के साथ।
प्रमोद कुमार झा, गणित ज्योतिष - मेरे सफलता का श्रेय विभाग के शिक्षकों को जाता है। संस्कृत के उत्थान के लिए काम करूंगा। संस्कृत के विकास के लिए समाज की सोच में बदलाव लाना बेहद जरूरी है। इसके लिए हर संभव प्रयास करूंगा।
चित्रसेन पाण्डेय, फलित ज्योतिष - प्राच्य विद्या के प्रसार के लिए अभी बहुत काम करना है। मेरी सफलता गुरुजनों व माता-पिता के आशिर्वाद का ही परिणाम है। समारोह में शामिल होने और गोल्ड मेडल पाने से हौसला बढ़ा है।
आदर्श उपाध्याय, धर्मशास्त्र - गोल्ड मेडल पाकर सफलता का एक पड़ाव पार किया है। प्राच्य विद्या के प्रति लोगों की सोच में काफी बदलाव आया है। इसमें बदलाव लाए बिना संस्कृत का कल्याण संभव नहीं, इस दिशा में हरसंभव प्रयास करूंगा।
राकेश कुमार चौधरी, साहित्य