डीएलसी परीक्षा में पास करानेवाले गिरोह का पर्दाफाश, एक गिरफ्तार
डीएलसी परीक्षा पास कराने वाले गिरोह के एक सदस्य को लहेरियासराय थाने की पुलिस शुक्रवार को गिरफ्तार कर पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश कर दिया। निशानदेही पर जीएनगंज रोड स्थित एक होटल में छापेमारी की गई।
दरभंगा । डीएलसी परीक्षा पास कराने वाले गिरोह के एक सदस्य को लहेरियासराय थाने की पुलिस शुक्रवार को गिरफ्तार कर पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश कर दिया। निशानदेही पर जीएनगंज रोड स्थित एक होटल में छापेमारी की गई। जहां से दर्जन से ऊपर विभिन्न अभ्यर्थियों का एडमिट कार्ड सहित भारी मात्रा में मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविग लाइसेंस, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड, चेकबुक सहित 21 हजार सात सौ रुपये बरामद किए गए। पकड़े गए विवेक कुमार उर्फ बिट्टू वैशाली जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र के बड़ीइसूपुर का निवासी है। पूछताछ में फरार होने वाले अपने दोनों साथियों का नाम बताया। इसमें बेगूसराय का कुमार विधार्थी और पटना सिटी का सलबलपुर निवासी राकेश कुमार शामिल है। छापेमारी में आधा दर्जन मोबाइल भी जब्त किया गया है। जिसे पुलिस खंगालने में जुटी है। बताया जाता है कि पुलिस गश्त दौरान जीएन गंज रोड में एक टेंपो से विवेक कुमार नीचे उतरकर कुछ युवकों से बात कर रहा था। पुलिस की नजर पड़ते ही विवेक सहित अन्य युवक फरार हो गए। लेकिन, पुलिस ने खदेड़ कर विवेक को दबोच लिया। टेंपो चालक से भी पूछताछ की गई। बताया कि कुछ युवकों से परीक्षा को लेकर बात रहा था। विशेष उसके पास कोई जानकारी नहीं थी। इसके बाद विवेक से पूछताछ की गई तो उसने पास के एक होटल में ठहरने की बात कही। इसके बाद थानाध्यक्ष एचएन सिंह सहित कई पुलिस पदाधिकारियों की मदद से होटल के कमरा संख्या 207 में छापेमारी की। जहां से गिरोह के दो सदस्य पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। लेकिन, कमरे से तीन बैग सहित परीक्षा से जुडे कई कागजात और लेन-देन के हिसाब से जुड़े लेखा-जोखा का हिसाब मिला। पूछताछ में विवेक फिलहाल पुलिस को कोई मदद नहीं कर रहा है। फरार होने वाले दोनों साथियों से सिर्फ होटल में मिलने आने को बात कही है। लेकिन, पुलिस को उसके बातों पर यकीन नहीं है। उससे सख्ती के साथ पूछताछ चल रही है। प्रशुक्षिु आइपीएस विवेक शर्मा और नगर एसपी अशोक कुमार ने बारी-बारी से पकड़े गए आरोपित से पूछताछ की है।
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कई राज्यों में फैला है नेटवर्क :
छापेमारी दौरान जो दस्तावेज मिला है उससे यह साबित हो गया है कि इस गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों में फैला है। दरअसल, छापेमारी में जो दस्तावेज जब्त किया गया है उसमें देश के 22 राज्यों का उल्लेख है। इसमें 3222 अभयर्थियों का परीक्षा होने की बात उल्लिखित है। सभी राज्यों में कितने-कितने अभयर्थी इस गिरोह के संपर्क में है इसका उस पेपर में घेरा लगाकर संख्या अंकित किया है। इसमें लगभग डेढ़ सौ अभियर्थी का इस गिरोह से संपर्क है। जिससे यह गिरोह पैसे लेकर परीक्षा पास कराने की ठेका ले रखा था।
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रैकेट का पूरी तरह से खुलासा करने में जुटी पुलिस :
गिरोह के दो सदस्य फरार हैं। लेकिन, गिरोह में दर्जनों लोगों के शामिल होने की आशंका है। पुलिस ने दावा की है फरार होने वाले कुमार विधार्थी और राकेश कुमार की गिरफ्तारी होने के बाद रैकेट में शामिल अन्य सदस्यों को भी जल्द दबोच लिया जाएगा। आरोपियों की सेवा ले रहे उम्मीदवारों के नंबर तलाशने के लिए आरोपियों के मोबाइल फोन और जब्त एडमिट कार्ड को खंगाल रही है। साथ ही शहर में संचालित कई ऑनलाइन सेंटर भी पुलिस के निशाने पर है।
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अभ्यर्थी भी बनाए जाएंगे आरोपित :
सूत्रों की माने तो जितने लोगों का एडमिट कार्ड मिला है उसे भी पुलिस आरोपित बनाकर पूछताछ करेगी। इसमें अधिकांश मध्यप्रदेश का पाया गया है। ऐसी स्थिति में पुलिस इस गिरोह के तह तक पहुंचने में जुटी है। पकड़े गए विवेक ने बताया कि उसका दो साथी कुमार विधार्थी और राकेश कुमार 14 अक्टूबर को ही दरभंगा आ गया था।
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