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Darbhanga News: बेटे का शव लेकर आ रहे पिता की भी हुई मौत, एक घर से निकली दो अर्थियों को देख रो पड़ा गांव

गाजियाबाद में हुए सड़क हादसे में पुत्र की मौत के बाद उनका शव लेकर पचकौरी घर आ रहे थे। रास्ते में आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर एंबुलेंस कन्नौज के सौरिख क्षेत्र में शनिवार की देर रात वह भी सड़क हादसे का शिकार हो गए।

By Sanjay K UpadhyayEdited By: Published: Mon, 26 Sep 2022 01:01 AM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2022 06:23 AM (IST)
Darbhanga News: बेटे का शव लेकर आ रहे पिता की भी हुई मौत, एक घर से निकली दो अर्थियों को देख रो पड़ा गांव
सड़क हादसे में पिता-पुत्र की मौत। जागरण

दरभंगा, जागरण संवाददाता। मनीगाछी प्रखंड की चनौर पंचायत के अमई गांव निवासी पचकौरी सदाय की पत्नी सोमनी देवी रविवार की सुबह से ही विलाप कर रहीं थी। उन्हें बस इतना पता था कि पुत्र कृष्णा की सड़क हादसे में मौत हो गई। पति शव लेकर आ रहे हैं। यह जानकारी नहीं दी गई कि बेटे की मौत के बाद उनकी मांग का सिंदूर भी धूल गया है।

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पति पचकौरी भी बेटे के साथ हुए हादसे के बाद दूसरे सड़क हादसे का शिकार हो चुके हैं। स्वजन और गांव के लोग सोमनी को संभाल रहे थे। सुबह जब यह सूचना आई तो सोमनी इस कदर बीमार हुई कि अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इस हृदय विदारक घटना के बाद टोले में अधिकांश घरों के चूल्हे नहीं जले।

छह साल पहले एक और पुत्र की हुई थी गाजियाबाद में ही मौत

स्वजनों के मुताबिक, अब से छह साल पहले गाजियाबाद में ही हुए एक सड़क हादसे में पचकौरी के छोटे पुत्र गोपाल सदाय की मौत हो गई थी। उस घटना के बाद से परिवार गहरे सदमे में रहता था। तीन पुत्रों में से गोपाल की मौत के बाद पचकौरी बड़े पुत्र हरेराम सदाय और दूसरे (मंझले) पुत्र कृष्णा सदाय समेत परिवार सभी सदस्यों के साथ गाजियाबाद में रहते थे। सपना था पैसा कमाकर परिवार को बेहतर तरीके से रखना। उन्हें क्या पता था पहले छोटा बेटा, फिर मंझला बेटा और अंत में स्वयं ही चल बसेंगे।

चार दिन पहले गए थे पुत्र को लाने

पचकौड़ी पिछले दस साल से सपरिवार परदेस में रहकर परिवार की परवरिश कर रहे थे। पर्व-त्योहार में घर सबलोग आते थे। तीन पुत्र, एक पुत्रवधू, एक पुत्री और पत्नी सबको साथ रखते थे। अब से चार दिन पहले घर से निकले कि पुत्रों को लेकर गांव आएंगे और त्योहार सभी गांव में एक साथ मनाएंगे।

इस बीच शनिवार को पुत्र कृष्णा काम करने के लिए निकला और रास्ते में हुए सड़क हादसे का शिकार हो गया। डिलेवरी ब्वाय का काम करनेवाले कृष्णा की मौत ने पचकौरी को तोड़ दिया। वो सदमे में बेटे का शव लेकर अन्य परिजनों के साथ आ रही रहे थे कि रास्ते में उनका भी सामना मौत से हो गया।

यह है घटनाक्रम

गाजियाबाद में हुए सड़क हादसे में पुत्र की मौत के बाद उनका शव लेकर पचकौरी घर आ रहे थे। रास्ते में आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर एंबुलेंस कन्नौज के सौरिख क्षेत्र में शनिवार की देर रात करीब 1:30 बजे खराब हो गई। चालक पीली पट्टी पर एंबुलेंस को खड़ी कर ठीक करने लगा। पचकोरी एंबुलेंस के पास खड़े हो गए। उसी समय तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।


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