बीईओ को डीडीओ बनाए जाने के खिलाफ अनशन शुरू
चिह्नित मध्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापक की सेवानिवृत्ति के बाद रिक्त पदों पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को प्रभार दिए जाने से प्राथमिक शिक्षक आंदोलित हैं।
दरभंगा । चिह्नित मध्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापक की सेवानिवृत्ति के बाद रिक्त पदों पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को प्रभार दिए जाने से प्राथमिक शिक्षक आंदोलित हैं। शिक्षकों का कहना है कि जिले में 400 से अधिक मध्य विद्यालयों में विधिवत प्रोन्नत प्रधानाध्यापक कार्यरत हैं। उनमें से किसी भी योग्य प्रधानाध्यापक को प्रखंड व्ययन एवं निकासी पदाधिकारी बनाया जा सकता था, लेकिन स्थापना कार्यालय के हाकिम ने जानबूझकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को प्रभार सौंपा है। इसका एकमात्र उद्देश्य है कि प्राथमिक शिक्षकों का किस प्रकार दोहन किया जाए। किस प्रकार उन्हें तंग और परेशान किया जाए। किस प्रकार उनका शोषण किया जाए। सरकारी प्रावधान में कहीं भी इस बात का उल्लेख नहीं है कि व्ययन एवं निकासी पदाधिकारी का प्रभार प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को सौंपा जाएगा। बावजूद, शिक्षा विभाग ने सरकारी दिशा निर्देश का उल्लंघन करते हुए ऐसा किया है। विभाग के इस निर्णय के विरुद्ध प्राथमिक शिक्षक संघ के सचिव कमलेश यादव ने पहले ही सूचित किया था कि विभाग अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें। उन्होंने पुनर्विचार के लिए 10 मार्च तक की डेडलाइन भी दी थी । लेकिन, जब विभाग ने शिक्षकों की नहीं सुनी तो शुक्रवार को कमलेश यादव जिला शिक्षा कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन पर बैठ गए। उनके साथ जगदेव प्रसाद, अजय कुमार, राजेश प्रधान, हरिशंकर राय, चंद्रकांत सिंह, अमरनाथ झा, दिनेश कुमार आदि शिक्षक भी शाम से समर्थन मे बैठे हुए हैं । कमलेश यादव ने कहा कि अनशन पर बैठने से पूर्व उनकी वार्ता जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ हुई। लेकिन, वह अनशन को भी धमकी मानकर हमारी मांगों पर विचार करने से इंकार कर रही हैं। इसलिए हम लोगों को विवशता में अनशन पर बैठना पड़ा है।