खेती से किसानों का हो रहा मोहभंग, समय पर नहीं मिलता अनुदान
केवटी में बारिश कम होने की वजह से धान उत्पादक किसान ¨चतित हैं।
दरभंगा। केवटी में बारिश कम होने की वजह से धान उत्पादक किसान ¨चतित हैं। लेकिन, पिछले पांच- छह दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से किसानों को थोड़ी राहत मिली है। किसानों का कहना है कि अन्य वर्षों की तुलना में इस बार बारिश काफी कम हुई है। जिससे धान की फसल पर ग्रहण लगता दिख रहा है। वहीं धान की खेती में भी विलंब हो रहा है। जिससे धान उत्पादक किसान ¨चतित हैं। किसानों का कहना है कि विभाग की ओर से योजनाएं तो कई चलाई जा रही हैं, लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ और ही है। कई किसानों ने कहा कि विभाग की ओर से डीजल अनुदान की राशि देने की बात कही गई है, लेकिन राशि रबी फसल के समय मिलती है। समय पर खरीफ फसल के डीजल अनुदान की राशि नहीं मिलने से किसानों को राहत नहीं मिल पा रही है। बारिश नहीं होने से किसान निजी पंपसेट से महंगी दर पर पटवन करने को विवश हैं। किसानों का कहना है कि धान की फसल वर्षा पर निर्भर है। जिस वर्ष जितनी अच्छी बारिश उस वर्ष उतनी ही अच्छी फसल होती है। कहते हैं किसान
दड़िमा के किसान गंगा पासवान, केवटी के आदित्यनाथ झा, बरही के रामपुकार यादव, कर्जापट्टी के इंद्रकुमार चौधरी तथा पैगंबरपुर के रामचंद्र साहु आदि का कहना है कि क्षेत्र में बारिश कम होने की वजह से किसान धान की फसल लगाने से विमुख होते जा रहे हैं। जितनी पूंजी फसल पर लगाई जाती है वापसी मुश्किल हो जाती है। कभी-कभी किसानों को सूखा का लाभ बैंकों में बीमा के माध्यम से मिल जाता है। क्षतिपूर्ति मिलने में भी काफी विलंब होता है। जिससे किसानों का मनोबल टूट रहा है। वहीं प्रचार - प्रसार के अभाव में सरकार द्वारा किसानों को दी जानेवाली सुविधा का लाभ भी ससमय नहीं मिल पा रहा है।
सरकार की ओर से मिलने वाले अनुदान किसानों तक पहुंचाए जा रहे हैं। कुछ तकनीकी कारणों से कभी-कभी लाभ मिलने में विलंब हो जाता है। डीजल अनुदान के लिए सरकार किसानों के लिए अब ऑन लाइन व्यवस्था की है। जिसका लाभ किसानों को ससमय मिलने की उम्मीद है।
-देवेंद्र ¨सह, प्रखंड कृषि पदाघिकारी