छात्रों को वर्ग तक लाने का भी संघ करे प्रयास
कामेश्वर ¨सह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय छात्र संघ के नवनिर्वाचित तीन पदाधिकारियों को बुधवार को दरबार हॉल में कर्तव्य एवं निष्ठा की शपथ दिलाई गई।
दरभंगा। कामेश्वर ¨सह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय छात्र संघ के नवनिर्वाचित तीन पदाधिकारियों को बुधवार को दरबार हॉल में कर्तव्य एवं निष्ठा की शपथ दिलाई गई। अध्यक्षता छात्र कल्याण अध्यक्ष प्रो. शिवाकांत झा ने की। उन्होंने कहा कि संघ पर बड़ा दायित्व है। छात्र कक्षाओं तक अधिकतम पहुंचे। इस ओर भी ध्यान देना आवश्यक है। जो छात्र छात्रावास में भी रहते हैं वे समय पर क्लास नहीं आते। इसे भी संघ अपने एजेंडे में शामिल करे। उन्होंने आशा जतायी कि सभी के सहयोग से विश्वविद्यालय को नए मुकाम पर ले जाना है। साथ ही छात्र हित में वे सदैव मदद को तैयार रहेंगे।
मुख्य चुनाव पदाधिकारी सह सीसीडीसी प्रो. श्रीपति त्रिपाठी ने कहा कि छात्रों के सहयोग के बिना विश्वविद्यालय आगे नहीं बढ़ सकता। छात्र विश्वविद्यालय की आत्मा होते हैं। उन्होंने पूरे प्रदेश में सबसे पहले समय पर छात्र संघ का चुनाव करा लेने के लिए कुलपति की सराहना की। पीआरओ निशिकांत ने बताया कि अखिलेश मिश्र के मंगलाचरण से शुरू शपथ ग्रहण कार्यकम का संचालन वेद विभाग के डॉ. सत्यवान कुमार ने किया। मौके पर कुलसचिव नवीन कुमार भी मौजूद थे।
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मिलजुल करेंगे काम : मनोरंजन विश्वविद्यालय छात्र संघ 2018-19 के लिए नवनिर्वाचित तीन पदाधिकारियों ने आज शपथ ली। जिसमें अध्यक्ष वेद विभाग के छात्र मनोरंजन कुमार झा, महासचिव प्रियांशु राज तथा कोषाध्यक्ष सुभाष कुमार झा शामिल हैं। डीन प्रो. शिवा कांत झा ने सभी को बारी- बारी से विश्वविद्यालय के विकास व कर्तव्य निष्ठा की शपथ दिलाई। संघ के सभी पदाधिकारियों ने प्रशासन को हर संभव मदद का भरोसा दिया। संघ के अध्यक्ष मनोरंजन कुमार झा ने कहा कि हम सभी मिलजुल कर विश्वविद्यालय हित मे काम करेंगे। छात्र हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। महाविद्यालय से लेकर स्नातकोत्तर विभागों में छात्रों की उपस्थिति बढ़े इसके लिए कार्य योजना का एक विस्तृत रोड मैप तैयार किया जाएगा। इस कार्य में सभी वरिष्ठ जनों की सलाह एवं सुझाव अपेक्षित है। साथ ही संस्कृत भाषा से जुड़ी बेकार की भ्रांतियों को भी दूर करने का प्रयास जाएगा। महासचिव प्रियांशु राज एवं कोषाध्यक्ष सुभाष कुमार झा ने कहा कि वे सब सदा छात्र हित एवं विवि की प्रतिष्ठा में वृद्धि के लिए काम करते रहेंगे। वहीं लनामिविवि के छात्र संघ अध्यक्ष सूरज कुमार ने कहा कि छात्र नेता पर दोहरी जिम्मेदारी रहती है। लेकिन, गुरु शिष्य की सनातनी परंपरा सर्वोपरि है। जिसे हम सबको अक्षुण्ण रखना है। तब ही शिक्षण संस्थानों और खुद का विकास संभव होगा।