मानव के साथ ही पशु-पक्षी व जलीय जीवों को मिलेगा जीवन
सूबे के खाद्य-आपूर्ति मंत्री मदन सहनी ने कहा कि पूरा इलाका तीन-चार माह पूर्व बाढ़ का कहर झेल रहा था। नदी नहर तालाब चौर सड़क सब बाढ़ के पानी से लबालब थे। लेकिन आज नदियों में घुटना भर पानी है दो माह बाद वह भी नहीं मिलेगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि वर्षों से नदियों को भरने का सिलसिला जारी है।
दरभंगा । सूबे के खाद्य-आपूर्ति मंत्री मदन सहनी ने कहा कि पूरा इलाका तीन-चार माह पूर्व बाढ़ का कहर झेल रहा था। नदी, नहर, तालाब, चौर, सड़क, सब बाढ़ के पानी से लबालब थे। लेकिन, आज नदियों में घुटना भर पानी है, दो माह बाद वह भी नहीं मिलेगा। ऐसा इसलिए है, क्योंकि वर्षों से नदियों को भरने का सिलसिला जारी है। प्रदूषण व जलवायु परिवर्तन से कई अन्य प्रकार की समस्याएं सामने आ रही है। जल, जीवन, हरियाली योजना के तहत नदियों-तालाबों का उराहीकरण होगा, पौधरोपण होगा। इससे ना केवल मानव, बल्कि पशु-पक्षी व जलीय जीवों को भी जीवन मिलेगा। इस बार गर्मी के मौसम में गंभीर पेयजल संकट सामने आया। पोहद्दी गांव में सारे चापाकल सूख गए थे। ग्रामीण इलाकों में प्रशासन की ओर से टैंकर से पानी पहुंचाया गया। इस समस्या को पहचानते हुए सीएम का यह विजन ना केवल प्रासंगिक है, बल्कि दूसरे राज्यों व देशों के लिए भी अनुकरणीय है। इसकी चर्चा आज सब जगह हो रही है।