समर्थकों को पुलिस जीप में बैठाने पर नाराज हुए सांसद कीर्ति
दरभंगा। हवाई अड्डे के सिविल एन्केलव के शिलान्यास कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे भाजपा से निलंबित सांसद कीर्ति झा आजाद का पारा उस समय चढ़ गया जब पुलिस उनको समर्थकों को लेकर जीप में बैठाकर थाना की ओर ले जाने लगी।
दरभंगा। हवाई अड्डे के सिविल एन्केलव के शिलान्यास कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे भाजपा से निलंबित सांसद कीर्ति झा आजाद का पारा उस समय चढ़ गया जब पुलिस उनको समर्थकों को लेकर जीप में बैठाकर थाना की ओर ले जाने लगी। इससे नाराज आजाद कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर कार्यकर्ताओं को छुड़ाने निकल पड़े। दरअसल कार्यक्रम शुरू होने के कुछ ही क्षणों बाद जैसे ही अतिथियों को मखाना का माला पहनाया जा रहा था, ठीक उसी वक्त दर्शक दीर्घा में बैठे उनके कुछ समर्थकों ने मंच पर सांसद भी बैठे है की बात कहते उन्हें भी सम्मानित करने को कहा। इसके बाद कीर्ति आजाद ¨जदाबाद के नारे लगने लगे। ठीक उसी समय मंच के दाहिने ओर बैठे संजय झा के समर्थकों ने भी संजय झा ¨जदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। देखते ही देखते माहौल बिगड़ने लगा। इसके बाद प्रशासनिक अमला हरकत में आया और कीर्ति के समर्थकों को पुलिस जीप में बैठाकर वहां से ले जाया गया। सांसद आजाद ने इस पूरे मुद्दे पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि लोकतंत्र में सांसद का स्थान सबसे ऊंचा होता है। कार्यक्रम के दौरान उन्हें मंच पर सबसे किनारे बैठाया गया। किसी ने एक सांसद के हैसियत से उनका सम्मान नहीं किया। कार्ड में छह लोगों का नाम छपा था। लेकिन कार्यक्रम लग रहा था कि बिहार सरकार की बरात हो। सांसद के समर्थकों को यह बात अच्छी नहीं लगी और वह इसको लेकर मंच का ध्यान आकृष्ट कराने लगे। इसमें कार्यकर्ताओं की क्या गलती है। ये वह कार्यकर्ता है जिनकी बदौलत आज मैं सबकुछ हूं। पुलिस अगर मेरे कार्यकर्ता को उठा लेगी तो मैं वहां बैठकर क्या करता। उनको छुड़ाने निकल पड़ा। दिल्ली मोड़ पर मैंने उनको पुलिस जीप से उतारा। कहा कि ¨हदू धर्म की दुहाई देने वाले को यह पता नहीं कि खरमास के दिनों में शिलान्यास या कोई शुभ काम नहीं होता। अगर दर्शकों ने पीछे से यह कह दिया कि सांसद भी बैठे है तो उन्हें पुलिस जीप में बैठाने की क्या जरूरत थी। एयरपोर्ट पर कार्यारंभ में बिहार सरकार का कोई योगदान नहीं है। सारी चीजें केंद्र सरकार की है। ये लोग सिर्फ वाहवाही लेना चाहते हैं।