पेट्रोल-डीजल के मूल्य में वृद्धि के खिलाफ विरोध मार्च
दरभंगा। जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) की ओर से पेट्रोल -डीजल के मूल्य में वृद्धि के खिलाफ सोमवार को विरोध मार्च निकाला। इसका नेतृत्व जिलाध्यक्ष सह पार्षद डॉ. अब्दुस्सलाम खां उर्फ मुन्ना खान ने किया। विरोध मार्च फैजुल्लाह खा के आवास स्थित जिला कार्यालय से शुरू हुआ।
दरभंगा। जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) की ओर से पेट्रोल -डीजल के मूल्य में वृद्धि के खिलाफ सोमवार को विरोध मार्च निकाला। इसका नेतृत्व जिलाध्यक्ष सह पार्षद डॉ. अब्दुस्सलाम खां उर्फ मुन्ना खान ने किया। विरोध मार्च फैजुल्लाह खा के आवास स्थित जिला कार्यालय से शुरू हुआ। मौलागंज, कोतवाली चौक, खानकाह चौक, मिर्जापुर चौक, राजकुमारगंज होते हुए मार्च आयकर चौक पहुंचा जहां एक पुरानी बाइक को जलाकर विरोध जताया गया। जिलाध्यक्ष ने कहा की पूरे विश्व में भारत ही एक ऐसा देश है जहां पेट्रोल का दाम डीजल से कम है। केंद्र सरकार ने सत्ता में आने के लिए पेट्रोल और गैस को अपना मुद्दा बनाया और आज वही सरकार अपने आप को असमर्थ बता रही है। 2013-14 में कच्चे तेल के जो दाम थे, आज भी कच्चे तेल का दाम प्रति बैरल वही है, तो फिर भारत की जनता को डीजल और पेट्रोल का दाम बढ़ा कर कैसे लिया जा रहा है, सरकार को इसका जवाब देना होगा। कहा कि सरकार ने पूंजीपतियों को खुली छूट दे रखी है, जबकि गरीब जनता का खून चूसा जा रहा है। डीजल का दाम बढ़ जाने से किसानों और ट्रक मालिकों, टैक्सी मालिकों के अलावा सीधे तौर पर इससे जुड़े तमाम लोगों पर पड़ेगा। चीजें महंगी होंगी, इसका जिम्मेदार कौन है। युवा अध्यक्ष चुनमुन यादव ने कहा कि इस सरकार को सत्ता में होने का कोई हक नहीं। सरकार को जवाबदेही तय करनी होगी कि आखिर ऐसा कब तक चलेगा। महिला नगर अध्यक्ष आसमा खातून ने रसोई गैस सिलेंडर पर बढ़ते दामों पर रोक लगाने की केंद्र सरकार से मांग की। विरोध मार्च में चंद्रकांत सिंह यादव, नगर अध्यक्ष पप्पू सरदार, जिला अकलीयत अध्यक्ष मुजफ्फर चांद, नौशाद अहमद, नफीस खान, मो. दिलशाद, मो. बबलू, दलित प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष महेश पासवान, विभा देवी, आईटी सेल अध्यक्ष ईस्माइल अख्तर, काशिफ इकबाल, रौशन झा, सदर प्रखंड अध्यक्ष दिलीप कुमार, जिला सचिव ललन कुमार, पंकज कुमार, सोनू, डॉ. वारिस, ई. इरशाद दस्तगीर अंसारी, छात्र नेता दीपक झा, निरुपम सिंह, मोहन यादव, मिन्नतुल्लाह अंसारी, गुनी राम, विष्णु राय, आदिल खान, ई. इरशाद, इमरान अंसारी समेत कई कार्यकर्ता शामिल रहे।