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कोविड-19 आपदा केंद्र में प्रभावितों के ठहरने का इंतजाम

दरभंगा। जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने एमएलएसएम कॉलेज भवन में स्थित कोविड- 19 आपदा केंद्र का निरीक्षण किया। यहां लॉकडाउन से प्रभावित एवं अप्रवासी लोगों के लिए आवासन भोजन पानी और मेडिकल जांच की सुविधा बहाल की गई है। डीएम ने यहां दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Mar 2020 10:37 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2020 06:11 AM (IST)
कोविड-19 आपदा केंद्र में प्रभावितों के ठहरने का इंतजाम
कोविड-19 आपदा केंद्र में प्रभावितों के ठहरने का इंतजाम

दरभंगा। जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने एमएलएसएम कॉलेज भवन में स्थित कोविड- 19 आपदा केंद्र का निरीक्षण किया। यहां लॉकडाउन से प्रभावित एवं अप्रवासी लोगों के लिए आवासन, भोजन, पानी और मेडिकल जांच की सुविधा बहाल की गई है। डीएम ने यहां दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने यहां पहले से रह रहे लॉक डाउन प्रभावित एवं राज्य के बाहर से आ रहे अप्रवासी लोगों को दो अलग-अलग हिस्सों मे रखने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।

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जिला मुख्यालय पहुंच रहे अप्रवासी लोगों को वाहन से उनके गृह प्रखडों में भेजा रहा रहा है। एमएलएसएम आपदा केंद्र के निरीक्षण के समय उप विकास आयुक्त डॉ कारी महतो, डीटीओ रवि कुमार, डीपीओ संजय देव कन्हैया, सीओ सदर, वहां प्रतिनियुक्त सभी चिकित्स्क, पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद थे। डीडीसी ने जाना डीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड का हाल

उप विकास आयुक्त ने डीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां चल रही संदिग्ध मरीजों की जांच के बारे में जानकारी ली। पूर्णिया से पहुंचे लोगों को भेजा गया उनके गृह प्रखंड

देशभर में जारी लॉकडाउन आदेश के बावजूद राज्य के बाहर रह रहे लोग लगातार अपने घरों को लौट रहे हैं। दरभंगा जिला में रविवार से ही अप्रवासी लोगों का आगमन हो रहा है। जिला प्रशासन की ओर से राज्य के बाहर से लौट रहे अप्रवासी मजदूर एवं अन्य लोगों के ठहरने और खाने-पीने सहित मेडिकल चेक-अप की समुचित व्यवस्था की गई है। 29 मार्च की रात पूर्णियां के रास्ते दरभंगा पहुंचे सभी लोगों को एमएलएमएस कॉलेज आपदा केंद्र में ठहरा कर उन्हें भोजन-पानी उपलब्ध कराया गया। सोमवार को उन्हें गाड़ी मे बिठाकर उनके गृह प्रखंड भेजा गया। प्रखंड मुख्यालय में चिकित्सीय जांच के बाद किया जा रहा होम क्वारंटाइन

बाहर से आ रहे जिले के लोगों का प्रखंड मुख्यालय में मेडिकल चेकअप किया गया। इसके बाद उन्हें उनके अपने गांव में स्थित स्कूल या पंचायत भवन में होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। क्वारंटाइन भवन में वे लोग 14 दिनों तक रखे जाएंगे। इस बीच उनके स्वास्थ्य की बराबर निगरानी की जाएगी। कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाए जाने पर उन्हें अपने-अपने घर जाने दिया जाएगा। बेनीपुर, बहेड़ी, अलीनगर, घनश्यामपुर, बिरौल प्रखडों मे अप्रवासी मजदूर भेजे गए है। डीएम ने अधिकारियों को दिया निर्देश

जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को राज्य के बाहर से लौटे सभी सभी अप्रवासी मजदूरों को 14 दिनों तक पंचायत, गांव के स्कूल, पंचायत भवन में क्वारंटाइन करने का निर्देश दिया है। क्वारंटाइन भवन में सभी बुनियादी सुविधाएं रोशनी एवं सुरक्षा व्यवस्था भी सुनिश्चित कराने को कहा है। कहा है कि सभी ग्राम पंचायत मुखिया को पंचायत निधि का उपयोग इन कार्यों में करने का निर्देश पूर्व में ही जारी किया गया है। बता दें कि कोविड -19 आपदा को नियंत्रित करने हेतु विभिन्न कोषांग गठित हैं।


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