आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी करनेवालों पर कसा शिकंजा
दरभंगा। लॉकडाउन की घोषणा के बाद जिले में आवश्यक वस्तुओं की कृत्रिम किल्लत को लेकर प्रशासन सख्त है। सामानों की कृत्रिम कमी बता व्यापारियों द्वारा कालाबाजारी की जा रही है। इसकी शिकायत पर जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी जिला प्रबंधक राज्य खाद्य निगम सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं सभी पणन पदाधिकारियों को कालाबाजारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
दरभंगा। लॉकडाउन की घोषणा के बाद जिले में आवश्यक वस्तुओं की कृत्रिम किल्लत को लेकर प्रशासन सख्त है। सामानों की कृत्रिम कमी बता व्यापारियों द्वारा कालाबाजारी की जा रही है। इसकी शिकायत पर जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला प्रबंधक राज्य खाद्य निगम, सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं सभी पणन पदाधिकारियों को कालाबाजारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। डीएम के निर्देश के बाद प्रशासनिक पदाधिकारियों ने कालाबाजारियों के विरूद्ध छापेमारी शुरू कर दी। खासकर खाद्य सामग्री आलू-प्याज, सब्जी आदि के विक्रेताओं के द्वारा ही ऊंचे दामों पर सामानों को बेचे जाने की शिकायतें मिली है। इन व्यापारियों को ही पहले टारगेट किया गया है। इन्हें उचित मूल्य पर ही सामानों की बिक्री करने का निर्देश दिया गया है। वहीं आलू-प्याज का खुदरा मूल्य भी उनके दुकानों में प्रदर्शित कराया गया है। आम उपभोक्ताओं से आग्रह किया गया है कि निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत वसूलने वाले व्यापारियों की सूचना तुरंत दें। डीएम के निर्देश पर मंगलवार को जिला आपूर्ति पदाधिकारी अजय गुप्ता, सदर अनुमंडल पदाधिकारी राकेश गुप्ता, एमओ सदर रवि सिन्हा ने नगर के व्यापारियों के स्टॉक की जांच की। वहीं, सदर अनुमंडल पदाधिकारी ने बाजार समिति में सभी गल्ला व्यवसायियों के साथ बैठक कर उन्हें आवश्यक सामग्रियों की उचित दर पर निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराने को कहा। वहां उनके स्टॉक की जांच की गई। इसके साथ ही सबसे ज्यादा मांग वाली वस्तु आलू-प्याज के थोक एवं खुदरा दर का भी निर्धारण किया गया। सदर अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया गया कि आलू का खुदरा मूल्य 20 रुपया प्रति किलो एवं प्याज का खुदरा मूल्य 28 रूपया प्रति किलो निर्धारित किया गया है। वहीं, आलू एवं प्याज का थोक दर क्रमश: 1600 रुपया प्रति क्विंटल एवं 2300 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। पूरे शहर में माइकिग कर उपभोक्ताओं को बताया जा रहा है कि आवश्यक वस्तुओं की बाजार में कोई कमी नहीं है। आम उपभोक्ता परेशान नहीं हों। प्रशासन की ओर से रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुएं एवं अनिवार्य सेवाओं की पहुंच सुगम करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।