आजादी के सात दशक बाद भी कई बुनियादी समस्याओं को झेल रहा पूर्वी विलासपुर
कामदेव हायाघाट सं स- यूं तो बड़े सादगी भरे शब्दों में कहा जाता है कि विकास हो रहा है। चाहे वह स्वास्थ्य का क्षेत्र हो शिक्षा का क्षेत्र हो या कोई अन्य क्षेत्र। विकास हो भी रहा है। पर आजादी के 72 साल बीत जाने के बाद भी विभिन्न समस्याओं से सिरनियां पूर्वी रुस्तमपुर पंचायत के पूर्वी विलासपुर गांव के लोग आज भी घिरा हुआ है। बदलते परि²श्य में उक्त गांव के लोग आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए लिए संघर्ष कर रहे हैं। सरकार ने कई जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई। धरातल पर उतरी भी लेकिन उक्त गांव में सफलीभूत नहीं हो सका। उक्त गांव की समस्याओं को लेकर सोमवार को उक्त गांव में दैनिक जागरण की ओर से आयोजित गांव
हायाघाट। यूं तो बड़े सादगी भरे शब्दों में कहा जाता है कि विकास हो रहा है। चाहे वह स्वास्थ्य का क्षेत्र हो, शिक्षा का क्षेत्र हो, या कोई अन्य क्षेत्र। विकास हो भी रहा है। पर, आजादी के 72 साल बीत जाने के बाद भी विभिन्न समस्याओं से सिरनियां पूर्वी रुस्तमपुर पंचायत के पूर्वी विलासपुर गांव के लोगों को आज भी निजात नहीं मिल सकी। बदलते परि²श्य में उक्त गांव के लोग आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सरकार ने कई जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई। धरातल पर उतरी भी, लेकिन उक्त गांव में सफलीभूत नहीं हो सकी। उक्त गांव की समस्याओं को लेकर सोमवार को दैनिक जागरण की ओर से आयोजित गांव की पाती में काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। जहां गांव के विकास और समस्या के बावत खुलकर बहस हुई। ग्रामीणों ने बेबाकी से अपनी बात रखी। इस बैठक में वृद्धा पेंशन, पेयजल, सड़क, बिजली, जनवितरण प्रणाली, मनरेगा, नाला, नलकूप, प्रधानमंत्री आवास, मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना से संबंधित समस्याओं सहित अन्य परेशानियों से अवगत कराया गया। स्थानीय मुखिया संतोष कुमार पासवान, बृजनंदन पासवान, बनारसी महतो, परमेश्वर यादव, रामविलास पासवान, रामपुकार पासवान, सुरेंद्र पासवान, सोनू कुमार पासवान, रविशंकर कुमार पासवान, विमल देवी, बद्री पासवान, राजू कुमार पासवान, फूल कुमार यादव, रविशंकर पासवान, उषा देवी, किरण देवी, फोटो देवी, शोभा देवी आदि ने गांव की विभिन्न समस्याओं को बारी-बारी से बताया। बृजनंदन पासवान का कहना था कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत उक्त गांव के वृद्धा पेंशन के 10 प्रतिशत लाभुकों के खाता में अभी तक राशि नहीं भेजी गई है, जबकि लाभार्थी कई बार पासबुक व आधार कार्ड सहित अन्य कागजात की छायाप्रति प्रखंड कार्यालय में दे चुके हें। कई लोग तो कार्यालय का चक्कर लगाते स्वर्ग सिधार गए। बुधन पासवान, श्रवण पासवान, मदन पासवान का कहना था कि पेयजल की समस्याओं से जहां लोगों को जूझना पड़ रहा है। कई महीनों से मनरेगा में काम नहीं मिलने के कारण मजदूर पलायन को मजबूर हैं। राजू कुमार, मदन पासवान ने किसानों की समस्याओं को गिनाते हुए बताया कि गांव में सिचाई की व्यवस्था के लिए स्टेट बोरिग शुरू तो हुई, लेकिन नाला क्षतिग्रस्त रहने के कारण सिचाई में परेशानी होती है। किसान निजी पंपिग सेट से सिचाई को मजबूर हैं। पीतांबर पासवान, बनारसी महतो ने बताया कि खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत सूची में नाम नहीं होने के कारण गांव के दर्जनों लोगों को अनाज नहीं मिल पा रहा है। उपेंद्र पासवान का कहना था कि आज भी मेरे मोहल्ले तक संपर्क पथ नहीं रहने के कारण मजबूरन लोग खेत की पगडंडी के सहारे ही घर पहुंचते हैं। कहा कि गांव में तो बिजली है, लेकिन 24 घंटे में ज्यादातर समय बिजली कटी ही रहती है। श्रवण कुमार महतो ने बताया कि गांव में लोगों के लिए पेयजल एक बड़ी समस्या बनी हुई है। अजीत कुमार का कहना था कि पूर्वी विलासपुर के मुख्य सड़क पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है, जिसे अतिक्रमणमुक्त कराए जाने की जरूरत है। रंजीत सहनी का कहना था कि गांव में नाला का निर्माण नहीं होने से बरसात के समय में सड़कों पर पानी का जमावड़ा लगा रहता है। इसकी निकासी नहीं होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत गांव के छह वार्डों में अभी तक हर घर जल का नल योजना शुरू की गई है। इसमें वार्ड सात में पाईप बिछाई गई है, लेकिन एमडीपी पाईप घर-घर तक नहीं पहुंचा है। वहीं, वार्ड आठ में जमीन नहीं मिलने के कारण उक्त उक्त योजना का कोई काम नहीं हो पाया है। वार्ड नौ में उक्त योजना का कार्य पीएचईडी के हवाले है, लेकिन कार्य शुरू नहीं हो पाया है। वार्ड दस में सब कार्य पूर्ण हो चुका है, केवल नल से पानी निकलना बांकी है। वार्ड ग्यारह में सभी कार्य पूरा कर दिया गया है, केवल नल से पानी निकलना बांकी है। वार्ड बारह में बोरिग का कार्य हो गया है।
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पूर्वी विलासपुर गांव एक नजर में :
आबादी : चार हजार, वार्ड - छह, आंगनवाड़ी केंद्र संख्या : छह, मध्य विद्यालय : दो, प्राथमिक विद्यालय : एक, अस्पताल : एक, सरकारी नौकरी में : तीन प्रतिशत आबादी, बेरोजगारों की संख्या : 1500
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कहते हैं गांव के लोग : हमारे गांव में भी आधुनिक सुविधाएं मिलनी चाहिए। देश के कई ऐसे गांव हैं जहां पर पढ़ाई की आधुनिक व्यवस्था है। 24 घंटे बिजली रहे, उच्च शिक्षा की उन्नति व्यवस्था हो, सड़क व जल निकासी की पर्याप्त व्यवस्था हो। लोगों को चिकित्सा के लिए बाहर नहीं जाना पड़े। सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं सीधे जनता तक पहुंचे।
- सोनू कुमार पासवान, ग्रामीण
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अन्य राज्यों में गांव की स्थिति अब सु²ढ़ होने लगी है। उसी तर्ज पर हमारे गांव का भी विकास हो। यहां की शिक्षण संस्थानों में वाई-फाई की सुविधा हो। बेरोजगारों को रोजगार मिले। हमारा गांव विकसित हो, इसके लिए सरकार के तंत्र को ईमानदारी पूर्वक काम करना चाहिए।
- रविशंकर कुमार पासवान, ग्रामीण
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समाज के विकास के लिए पारदर्शी तरीके से योजनाओं का संचालन होना चाहिए, तभी विकास संभव है। प्रत्येक वार्ड और प्रत्येक मोहल्ले को जब-तक सड़क से जोड़ा नहीं जाएगा, तब-तक विकास को रफ्तार नहीं दी जा सकती है।
- फूल कुमार यादव, ग्रामीण
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मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत उक्त गांव में अभी तक हर घर नल का जल योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
- बनारसी महतो, ग्रामीण
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जो विकास होना चाहिए गांव का, वो नहीं हो सका है। इसको लेकर सरकार व प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है।
- राजू कुमार पासवान, ग्रामीण
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सरकारी स्तर से जिस हिसाब से पैसा आ रहा है, उसी हिसाब से पंचायत में कार्य हो रहा है। पंचायत को आदर्श पंचायत बनाने की तमन्ना है। अपने स्तर से विभिन्न सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ पंचायत को दिलाने का प्रयास करूंगा। पंचायत को ओडीएफ बनाने के लिए प्रयत्नशील हूं, ताकि स्वच्छ वातावरण में स्वच्छ समाज का निर्माण हो सके। पंचायत में अभी भी विकास के कई आयाम हैं जो विभागीय उदासीनता के चलते गति नहीं पकड़ रहे हैं। 14 में 10 वार्डो में नल-जल योजना का कार्य किया जा रहा है। कई वार्डों में कार्य पूर्ण भी कर लिया गया है, शेष वार्डों में शीघ्र योजना पूर्ण करने का प्रयास है।
- संतोष पासवान, मुखिया
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