बिठौली के ग्रामीणों ने चचरी पुल बना कर चालू किया आवागमन
बाढ़ में सड़क टूट गई तो ग्रामीणों ने आवागमन चालू करने का जिम्मा खुद उठा लिया। प्रशासन के भरोसे रहते तो पता नहीं कब तक समस्या झेलनी पड़ती।
दरभंगा । बाढ़ में सड़क टूट गई तो ग्रामीणों ने आवागमन चालू करने का जिम्मा खुद उठा लिया। प्रशासन के भरोसे रहते तो पता नहीं कब तक समस्या झेलनी पड़ती। अतरबेल-जाले पथ स्थित पीडब्ल्यूडी से बिठौली गांव मे जाने वाली आरईओ सड़क बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त होने के बाद आवागमन परिचालन को लेकर स्थानीय ग्रामीण ने चचरी पुल का निर्माण शुरू कर दिया है। मंगलवार को अपना हाथ जगन्नाथ को चरितार्थ कर देवन झा, बबनजी झा, पवन झा, लाल बाबू झा, भरत झा के प्रयास से करीब 20 फीट में टूटे सड़क पर बांस बल्ले के सहारे चचरी पुल का निर्माण किया गया है। स्थानीय गुड्डू झा, ललन झा, कालीकांत झा, बटोही झा आदि ने बताया है कि पांच साल पहले बना आरईओ पथ पर बागमती नदी के पानी का दबाव बढ़ने से सड़क जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है। गांव की आधी आबादी के लिए आवागमन प्रभावित है। इस पथ के क्षतिग्रस्त होने से अतरबेल हनुमान नगर, मिश्रौली, रामपूरा के लोगो को अधिक कठिनाई का सामना करना पर रहा है। बीडीओ सिद्धार्थ कुमार ने स्थल का निरीक्षण कर पथ निर्माण विभाग को स्थिति से अवगत कर शीघ्र यातायात बहाल करने को कहा है। अतरबेल बिठौली के बाढ़ से विस्थापित परिवारों के बीच सामुदायिक किचेन के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराने का निर्देश स्थानीय स्कूल के प्रधानाध्यापक को दिया है। मौके पर प्रखंड 20 सूत्री सदस्य अमजद अब्बास, विधायक प्रतिनिधि कैसर खान सहित कई लोग मौजूद थे।
----------------