सड़कों पर दौड़ रहे बिना नम्बर प्लेट के वाहन
शहर में बिना नंबर प्लेट लगे वाहनों का परिचालन धड़ल्ले से जारी है। आश्चर्य तो यह है कि चौराहे पर खड़ी पुलिस भी इस पर हस्तक्षेप करते कभी नहीं दिखती।
बक्सर । गुरुवार की सुबह जब अजय वर्मा शहर की ओर आ रहे थे। पांडेपट्टी रेलवे क्रॉ¨सग के समीप एक मारुति वैन चालक बीच सड़क पर ही वाहन रोक अपने परिचित से बात करने में मशगूल था। जब उनके द्वारा ऐसा न किये जाने पर टोका-टाकी की गई तो वह उल्टे उन्हीं पर पिल पड़ा। वाहन पर नम्बर प्लेट भी नहीं था।
यह तो महज एक उदाहरण है, शहर में बिना नंबर प्लेट लगे वाहनों का परिचालन धड़ल्ले से जारी है। आश्चर्य तो यह है कि चौराहे पर खड़ी पुलिस भी इस पर हस्तक्षेप करते कभी नहीं दिखती। वरना, यूं प्रशासन के नाक के नीचे धड़ल्ले से मानकों की अनदेखी नहीं होती। हालांकि, कभी-कभार पुलिस प्रशासन या सम्बन्धित विभाग दो चक्के वाहनों की ही चे¨कग कर अपने कार्य की खानापूर्ति कर लेता है। शहर के राकेश राय, मृत्युंजय पांडेय, आनन्द शर्मा आदि का कहना है कि उन्हें यह भी याद नहीं कि पुलिस प्रशासन ने कभी चार चक्के की चे¨कग शहरी क्षेत्र में बाकायदे चेक-पोस्ट लगाकर की हो। जबकि, हाल के दिनों में ही तकरीबन आधा दर्जन छोटे चार चक्के के वाहनों से शराब की बरामदगी की है। बावजूद प्रशासन इस पर कड़ा रुख नहीं अख्तियार कर रहा।