एकीकृत रोग सर्वेक्षण को चिकित्सकों ने ली ट्रेनिग
एकीकृत रोग सर्वेक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत चिकित्सक एएनएम आशा कार्यकर्ता फार्मासिस्ट सभी को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पुराना सदर अस्पताल में आईडीएसपी के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में रोगों की पहचान कर तुरंत कार्रवाई की ट्रेनिग दी जा रही है।
बक्सर । एकीकृत रोग सर्वेक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत चिकित्सक, एएनएम, आशा कार्यकर्ता, फार्मासिस्ट सभी को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पुराना सदर अस्पताल में आईडीएसपी के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में रोगों की पहचान कर तुरंत कार्रवाई की ट्रेनिग दी जा रही है। ताकि, किसी बीमारी के फैलने से पहले उस पर नियंत्रण किया जा सके। इसी के अंतर्गत शनिवार को भी चिकित्सा पदाधिकारियों को रोगों की पहचान करने का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण जिला एपिडोमोलॉजिस्ट डॉ.आशुतोष चतुर्वेदी एवं आईडीएसपी के जिला मैनेजर शशिरंजन कुमार ने दिया। इस दौरान विभिन्न बीमारियों का सर्वेक्षण करने और उनकी रिपोर्ट देने और उस पर तुरंत संज्ञान लेने आदि के बारे के विस्तार से जानकारी दी गई। बताया गया कि उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर सिड्रोमिक सर्विलांस के लिए आईएसडीपी रजिस्टर रखना होगा, जिसे एएनएम द्वारा भरा जाएगा। पीएचसी के एमओआईसी की जिम्मेवारी होगी कि अपने-अपने क्षेत्र में कार्यरत हेल्थ वर्कर्स को सर्विलांस की जिम्मेवारी दें। इस क्रम में फॉर्म एस रजिस्टर और उसके गाइडलाइन के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। डॉ.चतुर्वेदी ने बताया कि एकीकृत रोग सर्वेक्षण का यही उद्देश्य होता है कि कोई बीमारी महामारी का रूप धारण न कर पाए और उसके पहले ही उस पर एक्शन ले लिया जाए। उन्होंने बताया कि एएनएम और आशा की टीम इस सर्वे करती है और हर सप्ताह इसकी रिपोर्टिंग करती है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को भी इसकी जवाबदेही होती है और ओपीडी में अगर उन्हें ऐसा कुछ दिखता है उसकी रिपोर्टिंग के लिए उन्हें भी कहा जाता है। इसी के मद्देनजर सबको प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ.आर के सिंह, संचारी रोग पदाधिकारी डॉ.जगनारायण सिंह, डॉ.एसएन उपाध्याय समेत सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आदि मौजूद थे।