इस बार दो दिन मिलेगा रंगोत्सव का मौका
बक्सर। इस बार होली में दो दिन रंगों में सराबोर होने का मौका मिलने वाला है। दरअसल, रंगोत्सव
बक्सर। इस बार होली में दो दिन रंगों में सराबोर होने का मौका मिलने वाला है। दरअसल, रंगोत्सव का त्योहार फगुआ तो 24 मार्च को मनाया जाएगा। परंतु, होलिका दहन (अगजा) 23 मार्च को प्रात: 3 बजकर 18 मिनट के बाद ही होगा। ऐसे में 23 की सुबह अगजा जलने के बाद माहौल होली के रंगों में डूब जायेगा।
फाल्गुन पूर्णिमा को होलिका दहन व चैत्र कृष्ण प्रतिपदा को फगुआ मनाया जाता है। उक्त दो दिवसीय पर्व के मुहूर्त को लेकर सभी वैदिक आचार्यों ने एकमत के साथ सहमति व्यक्त की है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाके तक पर्व की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसकी हलचल चौक-चौराहों से लेकर बाजारों तक सुनाई देने लगी है।
विद्वत परिषद के अध्यक्ष पं. नारायण जी उपाध्याय, उपाध्यक्ष पं.छविनाथ त्रिपाठी, सचिव आचार्य श्रीकृष्णानंद जी पौराणिक'शास्त्रीजी'व ज्योतिष केन्द्र के आचार्य पं.मुन्ना जी चौबे ने तिथि को लेकर एक स्वर से सहमति जताई है। धर्म सिन्धु, निर्णय सिन्धु व कौस्तुभ मणि समेत अन्य निर्णायक ग्रंथों का हवाला देते हुए आचार्यों ने स्पष्ट किया है कि होलिका दहन 23 को तड़के तथा फगुआ का पर्व 24 को मनाया जाएगा। ऐसे में तिथि को लेकर कोई भ्रम नहीं होनी चाहिए।
ग्रंथों के मुताबिक भद्रा रहित पूर्णिमा में होलिका दहन का प्रावधान है। जबकि चैत्र कृष्ण प्रतिपदा को फगुआ मनाने का विधान है। पूर्णिमा व भद्रा का शुभारंभ एक साथ मंगलवार यानी 22 मार्च की दोपहर 2.29 बजे से हो रहा है। 23 की सुबह 3.18 बजे तक भद्रा तथा 23 की शाम 4.07 बजे तक पूर्णिमा रह रही है। सो होलिका दाह बुधवार की सुबह 3 बजकर 18 मिनट के बाद तथा प्रात: 5 बजे से पूर्व करना श्रेयस्कर होगा। परंपरा के अनुसार सुबह में होलिका दहन के अगले दिन फगुआ मनाया जाता है तथा 24 मार्च को प्रतिपदा तिथि का संयोग भी है। ऐसे में 24 मार्च को फगुआ मनाया जाएगा।