आभूषण दुकान से लूट का मुख्य अभियुक्त गिरफ्तार
दो माह पूर्व शहर के मध्य यमुना चौक स्थित स्वर्ण दुकानदार से हुई लूट के मामले के मुख्य अभियुक्त धर्मेंद्र वर्मा उर्फ मनीष वर्मा को बक्सर पुलिस ने शनिवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया।
बक्सर : दो माह पूर्व शहर के मध्य यमुना चौक स्थित स्वर्ण दुकानदार से हुई लूट के मामले के मुख्य अभियुक्त धर्मेंद्र वर्मा उर्फ मनीष वर्मा को बक्सर पुलिस ने शनिवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया। घटना को अंजाम देने के लिए अभियुक्त दो माह पूर्व से ही योजना बनाकर उस पर काम कर रहा था। लूट की इस वारदात में शामिल उसके अन्य सहयोगी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस का प्रयास लगातार जारी है।
गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए सदर डीएसपी सतीश कुमार ने बताया कि 23 अगस्त की अल सुबह पांच बजे के करीब शहर के यमुना चौक स्थित स्वर्ण दुकान में हुई लूट के मास्टरमाइंड अमलाटोली निवासी धर्मेंद्र वर्मा उर्फ मनीष वर्मा को पुलिस ने शनिवार की देर रात बक्सर में गिरफ्तार कर लिया। डीएसपी ने बताया कि लूट की पूरी रूपरेखा अभियुक्त धर्मेंद्र वर्मा ने घटना को अंजाम देने के दो माह पहले ही रची थी। इसी के तहत पंकज वर्मा से उसने अपना परिचय यूपी के दिलदारनगर के स्वर्ण दुकानदार मनीष वर्मा के रूप में दिया था। इस बीच परिचय बढ़ाने के लिए तीन-चार बार जेवरातों की खरीद भी की। योजना तैयार करने के बाद 23 अगस्त की सुबह पांच बजे अचानक उसने पंकज वर्मा को फोन कर इमरजेंसी में कुछ जेवरात खरीदने की बात बताते हुए तुरंत दुकान पर बुलाया। पंकज वर्मा जैसे ही यमुना चौक स्थित अपने दुकान की शटर खोलकर अंदर प्रवेश किया कि उसने पंकज की कनपटी से पिस्टल सटा दिया। जिसे देखते ही पंकज अवाक रह गए। इसी दौरान हथियारों से लैस उसके दो अन्य साथी भी वहां आ धमके। जिन्होंने पंकज के हाथ पैर तथा मुंह पर टेप लगाते हुए जकड़ दिया। और लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अपनी तफ्तीश में जुट गई। हालांकि, अनुसंधान में देर होने को लेकर स्वर्णकार समाज के द्वारा कई बार जुलूस और प्रदर्शन आदि किया गया। बावजूद इसके पुलिस चुपचाप अपने काम में लगी रही। आस-पास लगे सीसी कैमरों की मदद से अपराधियों की पहचान मदन सोनार के साथ ही धर्मेंद्र वर्मा के रूप में करने के बाद पुलिस गिरफ्तारी के लिए लगी हुई थी। शनिवार की रात अचानक पुलिस को धर्मेंद्र वर्मा के बक्सर में ही होने की जानकारी मिली। जिसके बाद केस के अनुसंधानकर्ता रौशन कुमार ने तत्काल घेराबंदी करते हुए धर्मेंद्र वर्मा को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, अभी भी धर्मेंद्र उर्फ मनीष के सहयोगी मदन सोनार तथा एक अन्य फरार चल रहे हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस का प्रयास जारी है। फिलहाल, पुलिस घटना के मास्टर माइंड से पूछताछ करने में लगी हुई है।