स्पेशल सेल करेगा बढ़ते अपराध पर नियंत्रण : डीजीपी
बक्सर में अपराध के ग्राफ में तेजी के साथ इजाफा हुआ है। अपराध की प्रकृति का अध्ययन करने के बाद यह बात भी पता चली कि हत्या की ज्यादातर घटनाओं को जमीन विवाद के लिए अंजाम दिया गया है।
बक्सर । बक्सर में अपराध के ग्राफ में तेजी के साथ इजाफा हुआ है। अपराध की प्रकृति का अध्ययन करने के बाद यह बात भी पता चली कि हत्या की ज्यादातर घटनाओं को जमीन विवाद के लिए अंजाम दिया गया है। दूसरी तरफ वाहन चोरी और लूट के साथ ही कैश लूट की घटनाओं में भी इजाफा हुआ है। जिसमें पड़ोसी जिलों के अपराधियों की भी संलिप्तता पाई गई है। उपरोक्त बातें गुरुवार को बक्सर निरीक्षण को आए पुलिस महानिदेशक बिहार केएस द्विवेदी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया।
उन्होंने कहा कि कई जिलों के निरीक्षण के बाद यह बात उजागर हो गई है कि एक जिले के अपराधी सीमावर्ती जिलों में जाकर अपराध कर रहे हैं। हाल में हुई गिरफ्तारियों से यह बात उजागर हुई है। ऐसे में अपराध नियंत्रण के लिए एक स्पेशल सेल का गठन किया जा रहा है। जिससे सभी जिलों के एसपी जुड़े रहेंगे। आस-पास के जिलों में किसी भी वारदात की जानकारी मिलते ही वो अपने जिलों में भी छानबीन करेंगे। बुधवार की शाम में ही बक्सर आ गए डीजीपी ने रात्रि विश्राम के बाद गुरूवार की सुबह सबसे पहले पुलिस लाइन में जाकर अपना दरबार लगाया। जहां उन्होंने सिपाहियों और पुलिस पदाधिकारियों की समस्याओं को सुना। इस दौरान महिला सिपाहियों ने जहां अलग बैरक की मांग की। वहीं पुलिस पदाधिकारियों ने पुलिस लाइन के लिए अलग से एक एम्बुलेंस की मांग की। डीजीपी ने महिला बैरक के लिए हामी भरते हुए एम्बुलेंस के लिए विभाग को लिखने के लिए कहा। जिससे जल्द एम्बुलेंस दिया जा सके। मौके पर पेय जल की समस्या के अलावा सिपाहियों द्वारा अन्य समस्याओं को डीजीपी के समक्ष रखा गया। जिनके जल्द निदान का उन्होंने भरोसा दिलाया। इसके बाद डीजीपी ने पुलिस कार्यालय का निरीक्षण करते हुए अपराध की समीक्षा की। डीजीपी ने अपराध नियंत्रण की दिशा में बक्सर के व्यवसायी वर्ग से इस बात की अपील की कि जो भी सक्षम व्यवसायी अपनी दुकान में सीसीटीवी कैमरा लगाए हैं वे एक कैमरा अपनी दुकान के बाहर भी जरूर लगाएं। इससे पुलिस को अपराध नियंत्रण की दिशा में मदद मिलने के साथ ही अपराधियों को जल्द पकड़ने में मदद मिलेगी। डीजीपी ने कैश लूट की घटनाओं पर चर्चा करते कहा कि उन्होंने तो बैंक से पैसे निकालनेवालों के लिए पुलिस की मदद लेने की खुली छूट दे रखी है। जिसके एवज में कोई एक पैसा नहीं ले सकता। बावजूद लोगों का पुलिस की सहायता लेने की ओर कम रूझान दिखाई दे रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बड़ी घटनाओं के मामले में जल्द सजा दिलाने के लिए वो स्पीडी ट्रायल चलाना चाहते हैं। लोगों से की पुलिस को मदद करने की अपील डीजीपी केएस द्विवेदी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति बगैर नाम पता दिए सुझाव पेटी में जानकारी देकर पुलिस की मदद कर सकता है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए हर छात्रावास और महिला लॉज में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्देश देते हुए उन्होंने होटलों में ठहरनेवालों के साथ ही नए किराएदारों पर भी नजर रखने का सुझाव दिया। मौके पर डीजीपी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस अवसर पर बक्सर के जिलाधिकारी राघवेंद्र ¨सह के साथ ही सदर एसडीओ केके उपाध्याय ने भी डीजीपी से औपचारिक मुलाकात की। मौके पर शहाबाद रेंज के डीआइजी विनय कुमार के साथ पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार तथा सभी डीएसपी और सर्किल इंस्पेक्टर मौजूद थे। आम जनता की सुनी फरियाद आम तौर पर जिले में प्रत्येक गुरुवार को एसपी का जनता दरबार का आयोजन किया जाता है। जिसमें जिले भर के फरियादी अपनी समस्याओं को लेकर एसपी से विशेष मुलाकात करते हैं। इस गुरुवार को भी आम फरियादी अपनी समस्याओं को लेकर एसपी कार्यालय पहुंचे अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे थे। पर एसपी के डीजीपी के साथ व्यस्त होने के कारण पहले तो लगा कि जनता दरबार का आयोजन नहीं हो पाएगा। इस बीच जैसे ही डीजीपी को इसकी जानकारी मिली उन्होंने कहा कि एक भी फरियादी खाली वापस नहीं लौट के जाएगा। और खुद लोगों की फरियाद सुनने लगे। इस दौरान मातहतों को आवश्यक दिशा निर्देश भी देते जा रहे थे। बाद में डीजीपी ने बताया कि इससे मुझे जिले की वास्तविक अपराध और समस्याओं की जानकारी मिली। जिससे समस्याओं के निदान में उन्हें मदद मिलेगी।