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बक्सर जिले में यूरिया की किल्लत

इस बार रबी के सीजन में किसानों के लिए गेहूं की फसल के लिए खाद की समस्या बहुत दुखदायी रही। गेहूं की फसल में यूरिया का छिड़काव करने का समय निकलता जा रहा है। किसान यूरिया के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं वहीं कृषि विभाग यूरिया उपलब्ध कराने में हांफ रहा है। अगर कुछ दिन के अंदर किसानों को यूरिया उपलब्ध नहीं हुआ तो इस बार उनकी गेहूं की फसल मारी जाएगी। किसानों के लिए लागत निकालना भी मुश्किल हो जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 10:57 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 10:57 PM (IST)
बक्सर जिले में यूरिया की किल्लत

बक्सर। इस बार रबी के सीजन में किसानों के लिए गेहूं की फसल के लिए खाद की समस्या बहुत दुखदायी रही। गेहूं की फसल में यूरिया का छिड़काव करने का समय निकलता जा रहा है। किसान यूरिया के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं, वहीं कृषि विभाग यूरिया उपलब्ध कराने में हांफ रहा है। अगर कुछ दिन के अंदर किसानों को यूरिया उपलब्ध नहीं हुआ तो इस बार उनकी गेहूं की फसल मारी जाएगी। किसानों के लिए लागत निकालना भी मुश्किल हो जाएगा।

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गेहूं की बोआई के समय किसानों को डीएपी की किल्लत का सामना करना पड़ा था। किसानों ने जैसे-तैसे अधिक कीमत पर डीएपी खरीद कर गेहूं की बोआई की। अब गेहूं की फसल की सिचाई कर यूरिया का छिड़काव करने का समय चल रहा है, लेकिन यूरिया बाजार तथा सरकारी खाद की दुकानों से गायब है। कृषि विभाग जरूरत के अनुसार यूरिया उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। किसान यूरिया के लिए इस खाद की दुकान से उस खाद की दुकान तक दौड़ लगा रहे हैं। अब तक चौसा तथा राजपुर में गिनती के दुकानों में सौ-सौ बोरी ही यूरिया उपलब्ध हो सकी है। खाद की दुकानों पर यूरिया के लिए सुबह से ही किसानों की लंबी कतार लग रही है। इसके बाद भी किसानों को जरूरत के अनुसार यूरिया नहीं मिल पा रही है। किसानों को कहना है कि यह गेहूं की फसल में यूरिया डालने का पिक समय चल रहा है। पटवन के बाद यूरिया का छिड़काव किया जाता है, लेकिन यूरिया नहीं मिल रही है। अगर, कुछ दिन और यूरिया की किल्लत बनी रही तो गेहूं की उपज प्रभावित हो जाएगी। क्या कहते है किसान

फोटो : 20 बक्स 10

कैप्शन : जगदम्बा सिंह

तियरा बाजार में लाइसेंसी खाद दुकानों से यूरिया गायब है। यूरिया के लिए किसानों की लंबी कतार लग रही है, लेकिन महज कुछ किसानों को ही यूरिया मिल पा रही है। अब खाद दुकानों पर यूरिया का स्टाक खत्म हो गया है।

जगदम्बा सिंह, राजपुर अकोढ़ी

इनसेट

फोटो : 20 बक्स 11

कैप्शन : नरेंद्र सुमन

आधार कार्ड पर किसानों को यूरिया उपलब्ध कराई जा रही है, लेकिन प्रशासन जरूरत के अनुसार यूरिया की आपूर्ति नहीं कर पा रही है। पटवन कर लिया गया है, इधर यूरिया नहीं मिल रही है। ऐसे में गेहूं की फसल में यूरिया का छिड़काव किसान कैसे करें।

नरेंद्र सुमन, मंगरांव गांव निवासी

इनसेट

फोटो : 20 बक्स 12

कैप्शन : नगीना सिंह

दो दिनों से यूरिया के लिए खाद दुकान पर आकर लाइन में खड़े हो रहे हैं, लेकिन यूरिया नहीं मिल पाई। घंटों लाइन में खड़े होने के बाद काउंटर पर पहुंचते ही यूरिया समाप्त हो जा रहा है। किसान निराश होकर घर लौट रहे हैं।

नगीना सिंह, सोनपा गांव निवासी

इनसेट

फोटो : 20 बक्स 13

कैप्शन : मो. इम्तियाज

किसानों को गेहूं की बोआई से लेकर अब तक खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है। बोआई के समय डीएपी की किल्लत थी, अब यूरिया नहीं मिल रही है। किसान यूरिया के लिए खाद की दुकानों पर हर रोज दौड़ लगा रहे हैं।

मो. इम्तियाज, चौसा निवासी


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