बैठक में क्या होगी समीक्षा जब शुरू न हुई जांच
गलत काम कर अक्सर चर्चा में रहने वाला शिक्षा विभाग ने अभी तक जिले में नियोजित शिक्षकों के टीईटी सर्टिफिकेटों की जांच शुरू नहीं की है।
बक्सर । गलत काम कर अक्सर चर्चा में रहने वाला शिक्षा विभाग ने अभी तक जिले में नियोजित शिक्षकों के टीईटी सर्टिफिकेटों की जांच शुरू नहीं की है। जबकि, बुधवार को समाहरणालय में जिलाधिकारी राघवेन्द्र ¨सह ने टीईटी की जांच की समीक्षा करने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि जिलाधिकारी इसकी समीक्षा क्या करेंगे, जब विभाग ने अभी तक जांच ही शुरू नहीं की है। जाहिर हो, जिस तरह नालंदा में एक टीईटी प्रमाणपत्र पर कई शिक्षकों के नौकरी करने का भंडाफोड़ हुआ है, उसी तरह जिले में भी एक टीईटी प्रमाणपत्र पर कई शिक्षक नौकरी कर रहे हैं। लेकिन जिले में अभी भी इसकी जांच प्रारंभ नहीं हुई है। ऐसे में टीईटी में फर्जीवाडा का राज जांच की उन फाइलों में दफन हो गया है, जो अभी तक खुली ही नहीं हैं। जबकि, सूत्रों की मानें तो जिले में भी ऐसे शिक्षकों की कमी नहीं है, जो दूसरे की टीईटी पर शिक्षक बने बैठे हैं। यह बात और है कि अब जांच की बात सामने आने के बाद उनकी बेचैनी बढ़ी हुई है। लेकिन, जांच के आदेश के बाद भी अभी तक इसकी प्रक्रिया प्रारंभ नहीं होने पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं। और तो और ब्रह्मपुर के नियोजित शिक्षकों को विभाग ने बगैर टीईटी सर्टिफिकेटों के जांच के ही भुगतान भी कर दिया है जबकि, तत्कालीन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना श्याम नारायण ¨सह द्वारा जांच के बाद ही उन शिक्षकों को भुगतान करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन वर्तमान जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना रामेश्वर ¨सह ने शिक्षकों को बगैर जांच कराए ही भुगतान कर दिया। जिसके बाद उस प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।