रेलवे की तत्परता से बची जच्चा-बच्चा की जान
आधा घंटा रोकना पड़ा। इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक गया जिले के नवादा शहर के रहनेवाले अमृत रंजन अपनी पत्नी सविता देवी के साथ इस्लामपुर से कानपुर जा रहे थे। इसी क्रम में डुमरांव रेलवे स्टेशन के समीप उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई। जिसके बाद
बक्सर : रेलवे की तत्परता से बुधवार को एक जच्चा-बच्चा की जान बच गई। इस दौरान इस्लामपुर से नई दिल्ली जानेवाली मगध एक्सप्रेस को बक्सर रेलवे स्टेशन पर तकरीबन आधा घंटा रोकना पड़ा। इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक गया जिले के नवादा शहर के रहनेवाले अमृत रंजन अपनी पत्नी सविता देवी के साथ इस्लामपुर से कानपुर जा रहे थे। इसी क्रम में डुमरांव रेलवे स्टेशन के समीप उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई।
जिसके बाद सहयात्रियों ने तत्काल इसकी सूचना दानापुर कंट्रोल को दी। सूचना मिलते ही कंट्रोल के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए बक्सर स्टेशन प्रबंधन को मामले से अवगत कराया गया तथा चिकित्सकों की टीम को तुरंत स्टेशन पर पहुंचने का निर्देश दिया गया। रात तकरीबन 8 बजे जैसे ही मगध बक्सर पहुंची, चिकित्सक प्लेटफॉर्म पर पहुंच गए तथा ट्रेन में यात्री महिला की जांच की। हालांकि, इस दौरान अस्पताल ले जाने की आवश्यकता समझ में आने पर ट्रेन को तकरीबन 8:25 बजे दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया तथा महिला को अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में महिला ने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। बाद में दंपती को शिशु के साथ तूफान एक्सप्रेस से कानपुर भेज दिया गया। अमृत रंजन ने बताया कि, रेलवे की तत्परता से आज उनकी पत्नी तथा नवजात दोनों सुरक्षित हैं।