मुशायरा में पुलवामा के शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि
वतन की आन लिख देना वतन की शान लिख देना ना हिन्दू और ना मुस्लिम ़फ़कत इंसान लिख देना ओ लिखने वालों तुमसे बस इतनी गु•ारिश है मुझे लिखना कभी तो सिर्फ ¨हदुस्तान लिख देना। प्रसिद्ध ग•ालकार मो.शादाब ने जब मंच से यह न•ा्म सुनाई तो पूरा माहौल भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा।
बक्सर । 'वतन की आन लिख देना, वतन की शान लिख देना, ना हिन्दू और ना मुस्लिम ़फ़कत इंसान लिख देना, ओ लिखने वालों तुमसे बस इतनी गु•ारिश है, मुझे लिखना कभी तो सिर्फ ¨हदुस्तान लिख देना'। प्रसिद्ध ग•ालकार मो.शादाब ने जब मंच से यह न•ा्म सुनाई तो पूरा माहौल भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा। मौका था गुरुवार की शाम थाना रोड में आयोजित एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम के तहत मुशायरा एवं कवि सम्मेलन का।
कार्यक्रम का आयोजन साबित खिदमत फाउंडेशन द्वारा किया गया था। मुशायरा का उद्घाटन अवकाश प्राप्त न्यायाधीश यू.पी. ¨सह ने फीता काटकर किया। इस मौके पर नंद कुमार तिवारी, डॉ.सीएम ¨सह, रेडक्रॉस के सचिव डॉ.श्रवण तिवारी, कस्तूरबा हेल्थ इंस्टट्यूट के डॉ.एसएमएम आजाद, नगर परिषद की पूर्व चेयरमैन मीना ¨सह, राजद के रामाशंकर कुशवाहा, कौमी एकता दल के ¨रकू यादव आदि मौजूद रहे। प्रसिद्ध शायर साबित रोहतासवी की ग•ाल से मुशायरे का आगाज हुआ। इसके बाद देश भक्ति के जज्बे और शहीदों की शहादत को सलाम करने का सिलसिला आधी रात तक परवान चढ़ा रहा। अतिथियों का स्वागत फाउंडेशन के निदेशक डॉ.दिलशाद आलम द्वारा किया गया।