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कोरोना के माहौल के बीच लगन का बाजार चढ़ा परवान

बक्सर कोरोना इस बार पिछले साल से भी ज्यादा तेजी से फैल रहा है और बाजार इससे सशंकित है

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Apr 2021 09:33 PM (IST)Updated: Thu, 15 Apr 2021 09:33 PM (IST)
कोरोना के माहौल के बीच लगन का बाजार चढ़ा परवान

बक्सर : कोरोना इस बार पिछले साल से भी ज्यादा तेजी से फैल रहा है और बाजार इससे सशंकित है। ऐसे में लगन बाजार के लिए कोरामिन की गोली का काम कर रहा है। 22 अप्रैल से लगन शुरू है और माहौल सात फेरों के अनुरूप ढल रहा है। जिन घरों में शादी है, वहां लोग सतर्कता बरतते हुए शादी की तैयारी में जुट गए हैं। इस बार संक्रमण के खतरे को देखते हुए वेडिग शूट के लिए अधिकांश लोगों ने पटना, वाराणसी का प्लान कैंसिल कर दिया है और स्थानीय बाजारों में ही कपड़े की खरीदारी हो रही है।

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स्वर्णाभूषण बाजार को भी लगन का साथ मिला है और हाल में सोने की कीमतें घटने से सर्राफा बाजार भी संकट से उबर रहा है। अपने साम‌र्थ्य के अनुसार वर एवं वधू के अभिभावक इन चीजों की खरीदारी करने में जुटे हुए हैं। जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड तक के विवाह भवन बहुत पहले से ही बुक हो चुके हैं। होटलों की भी स्थिति कमोबेश वही है। हालांकि, कोरोना संक्रमण के हो रहे फैलाव के बाद से बार-बार प्रशासन की ओर से मिल रही सतर्कता की हिदायतो के बाद से वैवाहिक कारोबार से जुड़े लोगों की दिल की धड़कने भी बढ़ने लगी है।

अगले सप्ताह से शुरू हो रहे वैवाहिक लग्न मुहूर्त

इस महीने की 22 तारीख से शादी विवाह के शुभ लग्न मुहूर्त शुरू हो रहे हैं जिसमें एक सप्ताह का समय शेष रह गया है। आचार्य अमरेंद्र कुमार शास्त्री ने वाराणसी पंचांग के अनुसार बताया कि 22 अप्रैल से आरंभ हो रहे वैवाहिक लग्न के शुभ मुहूर्त 16 जुलाई तक कुल 57 दिन है। जिनमें अप्रैल के महीने में 9, मई के महीने में 22, जून में 16 तथा जुलाई के महीने में 10 लग्न योग के शुभ मुहूर्त हैं।

इतरा रहा सोनार मंडी

लगन की बाजार में इन दिनों सबसे अधिक पूछ सोनार मंडी की बढ़ी हुई है जो करोना काल में भी हो रही बिक्री को लेकर काफी इतरा रहा है। कारोबारियों का कहना है की गहने के बगैर शादी की रस्में पूरी नहीं होती हैं। लड़की व लड़का दोनों पक्ष को कुछ न कुछ तो खरीद करनी ही पड़ती है। इसके अलावा उनके नाते-रिश्तेदार की महिलाएं भी पायल, बिछिया खरीदे बगैर नहीं रहतीं। लगन की बाजार से किराना व कपड़ा व्यवसायियों कि बल्ले-बल्ले तो रहती ही है। वहीं, कैटर्स, डेकोरेटर्स, ज्वेलर्स, हलवाई से लेकर बैंडबाजा तक को भी काफी उम्मीद रहती है। एक टेंट व्यवसायी ने कहा कि एक शादी में टेंट लगाने का काम मिल जाने से कई लोगों का घर चलता है। यदि इस साल भी शादियां कैंसिल हुई तो कारोबार से जुड़े लोग सड़कों पर आ जाएंगे।


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