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गंगा में बेरोकटोक ओवरलोडेड नावों का परिचालन

ओवरलोड नावों का परिचालन कई बार दुर्घटनाओं का कारण बन चुका है लेकिन अब भी लोग सतर्क नहीं हो रहे हैं। ओवरलोडेड नावों का परिचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 06:28 PM (IST)Updated: Sun, 11 Nov 2018 06:28 PM (IST)
गंगा में बेरोकटोक ओवरलोडेड नावों का परिचालन
गंगा में बेरोकटोक ओवरलोडेड नावों का परिचालन

बक्सर । ओवरलोड नावों का परिचालन कई बार दुर्घटनाओं का कारण बन चुका है लेकिन अब भी लोग सतर्क नहीं हो रहे हैं। ओवरलोडेड नावों का परिचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है। जिससे किसी बड़ी दुर्घटना की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। त्योहारों की लेकर अनुमंडलाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान भी बेरोकटोक तथा ओवरलोड नावों के परिचालन को रोके जाने की बात कही गई। बावजूद इसके ज्यादा मुनाफे के चक्कर में संचालकों द्वारा लोगों की जान की परवाह किए बगैर ओवरलोड नावों का परिचालन किया जा रहा है। रविवार को इसका नजारा गंगा में देखने को मिला। उत्तर प्रदेश के उजियार घाट से बक्सर आ रही नाव सवारियों से ओवरलोडेड थी। नाव में सवार लोग भी अपनी जान की परवाह किए बगैर यात्रा कर रहे थे। नाव संचालक को भी ना तो प्रशासनिक आदेश का डर प्रतीत हो रहा था और ना ही लोगों की जान की परवाह। स्थानीय निवासी अरुण पांडेय ने बताया कि यह नजारा रोज का है। वहीं त्योहार होने के कारण इन दिनों उत्तर प्रदेश से खरीदारी करने के लिए बक्सर आने वाले लोगों की भीड़ कुछ ज्यादा रहती है। इस भीड़ का फायदा उठाने के चक्कर में नाव संचालकों द्वारा ओवरलोड चलाई जाती है। स्थानीय निवासी भोला प्रसाद बताते हैं कि मामूली मुनाफे के चक्कर में अनमोल ¨जदगियों को दांव पर लगाना कहीं से भी उचित नहीं है। साथ ही प्रशासनिक आदेश का अनुपालन न करना भी अपने आप में एक आश्चर्यजनक बात है। इस मामले में सदर अनुमंडलाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय ने बताया कि इस तरह के नावों के परिचालन होने की जांच कराई जाएगी और अगर मामला सत्य पाया गया तो नावों को जब्त कर लिया जाएगा।

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