भाई वाह! पीएमओ को भी ठग लिया हाकीमों ने .
व्यवस्था से निराश आम आदमी कहीं कोई सुनवाई नहीं होते देख अब छोटी-मोटी शिकायत भी देश के प्रधानमंत्री से करने लगा है। हैरानी इस बात पर है कि प्रधानमंत्री कार्यालय से पत्र निर्गत होने के बाद भी न्याय को मुकाम नहीं मिलता।
बक्सर । व्यवस्था से निराश आम आदमी कहीं कोई सुनवाई नहीं होते देख अब छोटी-मोटी शिकायत भी देश के प्रधानमंत्री से करने लगा है। हैरानी इस बात पर है कि प्रधानमंत्री कार्यालय से पत्र निर्गत होने के बाद भी न्याय को मुकाम नहीं मिलता। मामला स्थानीय नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 33 से संबंधित है। शौचालय निर्माण की राशि का भुगतान न किए जाने, आवास योजना में मनमानी बरते जाने, लोगों से अवैध राशि वसूलने तथा वार्ड की साफ-सफाई की बदहाल स्थिति से संबंधित एक शिकायत पत्र स्थानीय निवासी गणेश कुमार शर्मा ने प्रधानमंत्री को भेजा था। इस पत्र पर संज्ञान लेते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय के द्वारा अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के पास इस समस्या को स्थानांतरित कर दिया गया। अब इसे विभागीय लापरवाही कहें या मनमानी, लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के कार्यालय से शिकायत पर सुनवाई की दो तारीख पड़ीं, लेकिन शिकायतकर्ता को इसकी जानकारी नहीं दी गई। तीसरी बार जब सूचना भी दी गई तो वह गलत थी। दरअसल, अंतिम सुनवाई की तिथि 24 अगस्त निर्धारित थी, लेकिन लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के कार्यालय के दूरभाष संख्या 06183 222006 से गलत सूचना देते हुए सुनवाई की तिथि 25 अगस्त बताई गई। उक्त तिथि को पहुंचने पर शिकायतकर्ता को यह ज्ञात हुआ कि सुनवाई 1 दिन पूर्व ही संपन्न हो गई है तथा लगातार तीन तिथियों पर नहीं उपस्थित होने के कारण तमाम शिकायतों को गलत मानते हुए एकपक्षीय फैसला सुना दिया गया। मामले में खुद को ठगा सा महसूस कर रहा शिकायतकर्ता मीडिया के पास पहुंचा। जिसके बाद इस मामले की जानकारी लेने के लिए लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा के मोबाइल नंबर 99 5573 6966 पर संपर्क करने का प्रयास किया गया। परंतु, कॉल रिसीव नहीं हुआ। इधर, शिकायतकर्ता गणेश अब पूरी स्थिति से अवगत कराते हुए फिर से पीएमओ का दरवाजा खटखटाने जा रहे हैं।