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15 फरवरी की तिथि अनुदेशकों के लिए होगी अहम

अनौपचारिक शिक्षा से जुड़े अनुदेशकों की बैठक रविवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित शिवमंदिर प्रांगण में संपन्न हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के मंडल अध्यक्ष हरेन्द्र मिश्र एवं मंच संचालन वंशनारायण राय ने किया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Feb 2019 06:00 PM (IST)Updated: Mon, 11 Feb 2019 06:00 PM (IST)
15 फरवरी की तिथि अनुदेशकों के लिए होगी अहम

बक्सर। अनौपचारिक शिक्षा से जुड़े अनुदेशकों की बैठक रविवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित शिवमंदिर प्रांगण में संपन्न हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता संघ के मंडल अध्यक्ष हरेन्द्र मिश्र एवं मंच संचालन वंशनारायण राय ने किया। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष श्री मिश्र ने कहा कि अनुदेशकों के समायोजन में सरकार उदासीन है। दर्जनों अनुदेशकों की आयु सीमा अब समाप्ति के कगार पर है। हालांकि, इस मामले से संबंधित सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका की अहम सुनवाई 15 फरवरी को निर्धारित है। उन्होंने कहा कि सरकार गलत तथ्यों से न्यायालय को गुमराह कर रही है। राज्य सरकार इसी मामले के एक अपीलकर्ता मीरा कुमारी को चुपके से नौकरी देकर न सिर्फ कोर्ट को गुमराह किया। बल्कि, अनुदेशकों का भविष्य बर्बाद करने पर आमदा है। श्रीमिश्र ने कहा कि 15 फरवरी का दिन अनुदेशकों के भाग्य के फैसले का दिन है। उस दिन सुप्रीम कोर्ट में हम अपने पक्ष को काफी मजबूती से रखेंगे तथा सरकार के सौतेले व्यवहार का पर्दाफाश भी करेंगे। बैठक में लोरिक यादव, रामकृष्ण मिश्र, भगवान प्रसाद, मधु श्रीवास्तव, कलावती देवी, ओमप्रकाश पांडेय, लालबाबू केसरी,  हरिवंश राम, सुरेश कुमार ¨सह, मकरध्वज राय, अनिल राय, सुशील मिश्र, श्रीकांत दुबे, र¨वद्र दुबे, अनिल ओझा, रंजीत पांडेय, बिरेंद्र प्रसाद, सुनैना देवी, उमा देवी, मालती देवी, नंद बिहारी ¨सह, नागेंद्र कुमार राम, संतोष पांडे, सुशील चौबे, ददन यादव, रामाशंकर दूबे सहित दर्जनों अनुदेशक मौजूद थे।

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