अपनी लड़ाई खुद लड़ो, दूसरे पर निर्भर मत रहो : डीएम
स्वच्छता एवं समृद्धि का महापर्व दीपावली सोमवार से प्रारंभ हो रहा है।
बक्सर । बच्चों से खचाखच भरा समाहरणालय सभाकक्ष। अन्य दिनों की तरह यहां कोई मी¨टग नहीं चल रही थी न ही जिलाधिकारी राघवेन्द्र ¨सह किसी अधिकारी की क्लास लगा रहे थे। वह किसी योजना पर भी चर्चा नहीं कर रहे थे लेकिन योजना क्या होती है, योजना कैसे बनती है और उसे धरातल पर कैसे उतारा जाता है, इसकी जानकारी जरूर दे रहे थे। लोकतंत्र क्या है और लोकतंत्र किसको लेकर है, इसके बारे में अवश्य बता रहे थे। असल में, जागरण बाल संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत जिलाधिकारी यहां शिक्षक की भूमिका में बच्चों को टिप्स दे रहे थे तो उनके सवालों को सुन उनका जवाब भी दे रहे थे। कार्यक्रम में वह सरस्वती विद्या मंदिर बालिका खंड की लड़कियों के साथ एमपी हाईस्कूल, केन्द्रीय विद्यालय और बक्सर पब्लिक स्कूल के बच्चों से मुखातिब थे। इस क्रम में जिलाधिकारी ने बच्चों का मनोबल बढ़ाते हुए उनको अपनी लड़ाई खुद से लड़ने का संदेश दिया। खासकर लड़कियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप लोगों को खुद मजबूत होना होगा। सेल्फ डिफेंस सीखना होगा। समाज में हर कदम पर आपको सहयोग करने वाला कोई नहीं मिलेगा। बल्कि खुद को इतना मजबूत करना होगा कि आपसे टकराने की हिम्मत कोई न करे। जिलाधिकारी ने कहा कि आज मी-टू की इतनी चर्चा हो रही है। लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। उन पर कार्रवाई भी हो रही है। कइयों का कैरियर बर्बाद हो गया। यह क्यों हो रहा है क्योंकि, आज का समाज जागरूक हुआ है। उस समय समाज इसके लिए तैयार नहीं था। समाज में जागरूकता आएगी तो बहुत सारी चीजों में खुद ब खुद बदलाव आ जाएगा परन्तु, जहां तक समाज का सामना करने की बात है तो उसके लिए खुद को स्ट्रांग बनाना होगा। लड़ाई आपकी है इसलिए आपको ही लड़ना होगा। संवाद के दौरान सरस्वती विद्या मंदिर की एक छात्रा द्वारा लड़कियों की असुरक्षा पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अगर कोई आपके साथ बदतमीजी करता है तो इसमें शर्माकर और डरकर चुप रहने की जरूरत नहीं है। उसके खिलाफ थाना में बाईनेम एफआईआर कराने की जरूरत है। यही नहीं सेल्फ डिफेंस सीखना होगा। ताकि, कोई इस तरह की हिमाकत ही न कर सके। कार्यक्रम में सदर एसडीओ कृष्ण कुमार उपाध्याय और उप विकास आयुक्त अरविन्द कुमार भी उपस्थित थे। एसडीओ के जिम्मे है अमन चैन की जिम्मेवारी
जागरण बाल संवाद के इस कार्यक्रम में एसडीओ और उप विकास आयुक्त ने भी अपने कार्य एवं दायित्वों से बच्चों को अवगत कराया। एसडीओ ने जहां यह कहा कि अनुमंडल में अमन-चैन की जिम्मेवारी उनकी है। वहीं, डीडीसी विकास की बानगी बताई। डीडीसी ने ग्रामीण कार्य विभाग के अंतर्गत आने वाली योजनाओं से बालिकाओं को रूबरू कराया। उन्होंने कार्यपालक पदाधिकारी के रूप में जिला परिषद के अंतर्गत खुद की जिम्मेवारियों से भी बच्चों को अवगत कराया। जबकि, एसडीओ ने विधि व्यवस्था से लेकर लोगों को खाद्यान्न मुहैया कराये जाने तक कि जिम्मेवारियों के बारे में बच्चों को जानकारी दी।