शहर बनेगा स्वच्छ तो दूर रहेगी बीमारी
बक्सर नगर परिषद ने वर्ष 2011 में क्षेत्र का सर्वे कराया था। उसके आंकड़े के मुताबिक शहर
बक्सर : नगर परिषद ने वर्ष 2011 में क्षेत्र का सर्वे कराया था। उसके आंकड़े के मुताबिक शहर की आबादी एक लाख से कम थी। इसमें मकानों की संख्या इक्कीस हजार बतायी गयी। 2021 में दस साल में शहर की आबादी डेढ़ लाख के आस-पास पहुंच गई। मकानों की संख्या में भारी इजाफा हुआ। उस हिसाब से कचरा निस्तारण की व्यवस्था नहीं बन पाई। ऐसे में गली-मोहल्ले समेत सड़क का किनारा कचरा निस्तारण स्थल बन चुका है। इस परिस्थिति में अपना शहर इंदौर बनता नजर नही आ रहा जबकि, गंदगी कई बीमारियों को जन्म देती है।
आम जनों को भी लेना होगा संकल्प
स्वच्छता कार्य में जन साधारण के सहयोग की सदैव जरूरत रहती है। गली-मोहल्ले व शहर साफ-सुथरा रहे, इसके लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं। शहर को स्वच्छ और आम जनों को स्वस्थ रखने के लिए नगरवासियों को आगे आना होगा। कुछ समय शहर को स्वच्छ बनाने के लिए निकालना होगा। स्वच्छता के लिए संकल्पित भाव से कार्य करने से ही शहर स्वच्छ होगा और हमारा शहर भी इन्दौर बन सकेगा। स्वच्छता रैंकिग में पहला स्थान प्राप्त कर सकेगा।
बचना होगा कहीं भी कचरा डालने से
हर जगह कचरा डालने और फैलाने से बचना होगा। प्लास्टिक, पॉलीथिन, घरों के कचरे को सड़कों पर फेंकने की आदत छोडऩी होगी। कचरा, कचरा पात्र में ही डालने की आदत डालनी होगी। साथ ही सड़कों पर कचरा फेंकने वालों को समझाकर गन्दगी फैलाने से रोकना होगा। ताकि शहर स्वच्छ और लोग बीमारी से दूर रह सकें।
जरूरी है स्वच्छता
लोगों को बीमारी से बचाने के लिए जरूरी है कि आसपास का वातावरण स्वच्छ रहे। सभी स्वच्छता के प्रति जागरूक रहें। गली-मोहल्लो, बाजारों, पार्कों, मुख्य सड़कों, खेल मैदानों को साफ-सुथरा रखे। अगर बैठने-घूमने वाले स्थान व घर-मोहल्ले स्वच्छ नहीं होंगे तो लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालेगा। गंदगी से मच्छर-मक्खी, जीवाणु बीमारियों को बढ़ाने में सहायक होंगे। हालात रोकने के लिए आमजन व नप को प्रयास करने होंगे।
सफाई की डालें आदत
प्रत्येक व्यक्ति को अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखने, साफ-सफाई की आदत डालनी होगी। जिस तरह हम घरों में सफाई रखते हैं, वैसे ही शहर को साफ रखने के लिए कार्य करना होगा। महिलाओं को भी जागरूक करने की जरूरत है। जिससे वे घर का कचरा बालकनी से सड़क पर ना फेंके।
स्वच्छता समृद्धि की निशानी
स्वच्छता से ही समृद्धि और खुशहाली आती है। जैसे हम अपने घरों में सफाई करते हैं व स्वच्छ बनाए रखते हैं। उसी प्रकार शहर भी हमारा है, इसको भी साफ-सुथरा और स्वच्छ रखना हमारा भी दायित्व है।
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स्वच्छता के लिए जनसाधारण का पूर्ण सहयोग जरूरी है। शहर तभी स्वच्छ रह सकता है, जब सड़क पर कचरा फेंकने की आदत से हम बचें। तभी शहर साफ-सुथरा और स्वच्छ बनेगा। हमारा शहर सुन्दर हो, यह हम सभी का प्रयास है।
प्रेम स्वरूपम, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, बक्सर।