नियोजित शिक्षकों की मांगों पर विचार करें सरकार : माधुरी
ढ़-चढ़कर सहभागिता सुनिश्चित कराने का संकल्प लिया गया। इस मौके पर सुमन सहाय विरेन्द्र कुमार मोहम्मद अफगान अहमद अंसारी अजय यादव उदय यादव संजय यादव ओमप्रकाश पाठक सुधीर दुबे अजीत राय संतोष दुबे विजय रजक कमलाकांत दुबे जमीला अंसारी सत्येन्द्र ओझा गंगासागर कुंवर रीता देवी नीलम कुमारी सहित काफी संख्या में नियोजित शिक्षक मौजूद थे।
बक्सर : समान काम समान वेतन और पूर्ण राज्य कर्मी के दर्जे सहित कई अन्य मांगों को लेकर नियोजित शिक्षकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के समर्थन में अब पंचायत प्रतिनिधि खुलकर सामने आ गए हैं। पूर्व प्रखंड प्रमुख माधुरी श्रीवास्तव का कहना है कि नियोजित शिक्षकों की मांग जायज है और सरकार को तत्काल उनकी संवैधानिक मांगों पर विचार करना चाहिए। वहीं, सिमरी पंचायत की मुखिया रेशमी देवी एवं पैक्स अध्यक्ष रणजीत राय ने कहा कि सरकार को नियोजित शिक्षकों के प्रति अपनी सोच में परिवर्तन लाना चाहिए। जब वे नियमित शिक्षकों की भांति कार्य कर रहे हैं तो फिर वेतन में विसंगति क्यों?
उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल हड़ताली शिक्षकों से बात कर समस्या का सार्थक हल निकालना चाहिए। दूसरी ओर, बीआरसी के प्रांगण में बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले नियोजित शिक्षकों का हड़ताल आठवें दिन भी जारी रहा। धरने को संबोधित करते हुए संघ के नेता शालीग्राम दूबे ने कहा कि हड़ताली शिक्षक शिक्षा विभाग के किसी भी फरमान से डरनेवाले नहीं हैं। नियोजित शिक्षकों को लेकर राज्य सरकार जब तक अपनी नीति में बदलाव नहीं लाएगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। वहीं, सुबोध राय, सर्वदेव दूबे, महेन्द्र राम, सोनू राय आदि ने कहा कि सरकार शिक्षकों का शोषण ही नहीं बल्कि वह उनका हक भी मार रही है। जो उसके नियोजित शिक्षक विरोधी मानसिकता को इंगित कर रहा है। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी होने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। अंत में शिक्षकों द्वारा सर्वसम्मति से समान काम का समान वेतन, राज्य कर्मी का दर्जा, सेवा शर्त, पुरानी पेंशन योजना सहित अन्य मांगों के समर्थन में बढ़-चढ़कर सहभागिता सुनिश्चित कराने का संकल्प लिया गया। इस मौके पर सुमन सहाय, विरेन्द्र कुमार, मोहम्मद अफगान, अहमद अंसारी, अजय यादव, उदय यादव, संजय यादव, ओमप्रकाश पाठक, सुधीर दुबे, अजीत राय, संतोष दुबे, विजय रजक, कमलाकांत दुबे, जमीला अंसारी, सत्येन्द्र ओझा, गंगासागर कुंवर, रीता देवी, नीलम कुमारी सहित काफी संख्या में नियोजित शिक्षक मौजूद थे।