एटीएम से जाली नोट मामले में प्राथमिकी दर्ज, जांच शुरू
दो सप्ताह पूर्व नगर के एचडीएफसी बैंक से दो हजार के जाली नोट निकलने की शिकायत डीजीपी बिहार से करने के बाद अब बक्सर पुलिस हरकत में आ गई है। इसकी जानकारी देते पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया
बक्सर : दो सप्ताह पूर्व नगर के एचडीएफसी बैंक से दो हजार के जाली नोट निकलने की शिकायत डीजीपी बिहार से करने के बाद अब बक्सर पुलिस हरकत में आ गई है। इसकी जानकारी देते पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि इस मामले में नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। इसकी जांच कर एटीएम तक जाली नोट पहुंचाने वालों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एसपी ने बताया कि इसके पूर्व भी उन्होंने आवेदक को केस दर्ज कराने के लिए बोला था। पर उनके नजरअंदाज करने के कारण इतनी देर हो गई। इस मामले में नगर थाना में केस दर्ज कर पूरे प्रकरण की जांच शुरू कर दी गई है। सोमवार को नगर थानाध्यक्ष राहुल कुमार ने बैंक जाकर बकायदा जाली नोट मामले के एक-एक पहलू की जांच की। मामले में उन्होंने बैंक प्रबंधक से एटीएम में लगे सीसीटीवी फुटेज की मांग की है। जिसकी जांच के बाद तथ्यों का खुलासा होगा। उन्होंने बताया कि जांच की जद में कई लोगों के आने की संभावना है। मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे उन्हें जाली नोट संचालन में जेल की हवा खानी पड़ सकती है। इस संबंध में मामले के भुक्तभोगी पीपी रोड निवासी स्नेहाशीष वर्धन ने बताया कि उन्होंने सिर्फ दो हजार रुपयों के लिए आवाज नहीं उठाई है। बैंक के शाखा प्रबंधक तो उसी समय नोट बदलकर दूसरा नोट देने को तैयार थे। चूंकि, यह राष्ट्रहित के साथ ही आम लोगों के विश्वास और भरोसा के प्रति धोखाघड़ी का मामला है। कोई भी जब एटीएम से पैसे निकालने जाता है तो उसके अंदर इस बात का भरोसा होता है कि एटीएम से निकलने वाला नोट सौ फीसद सही होगा। जबकि, जाली नोट का रैकेट चलाने वाले किसी एक व्यक्ति के नहीं बल्कि देश के दुश्मन होते हैं। जिनका एकमात्र लक्ष्य देश की अर्थ व्यवस्था को चौपट करना होता है।