Move to Jagran APP

नाटक के माध्यम से व्यवस्था की खामियों और विसंगतियों पर जमकर प्रहार

बक्सर प्रखंड के कोरान सराय हाईस्कूल के परिसर में रविवार की शाम बदलाव और प्रज्ञा युवा

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 07:50 PM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 07:50 PM (IST)
नाटक के माध्यम से व्यवस्था की खामियों और विसंगतियों पर जमकर प्रहार

बक्सर : प्रखंड के कोरान सराय हाईस्कूल के परिसर में रविवार की शाम बदलाव और प्रज्ञा युवा क्लब के संयुक्त पहल पर मानवीय रिश्ते के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए ''मूर्तिकार'' नाटक का मंचन राष्ट्रीय स्तर की टीम के कलाकारों ने किया। डा. शंकर शेष के द्वारा लिखित और सुनील फेकानिया के परिकल्पना और निर्देशन में मंचित नाटक में विभिन्न प्रांतों से आए नाट्य कलाकारों ने अपनी मंचन से दर्शकों का दिल जीत लिया। इस नाटक के माध्यम से वर्तमान समाज की खोजबीन के साथ ही व्यवस्था की खामियों और विसंगतियों को उजागर किया गया। पात्र कलाकारों ने जीवन की विडंबनाओं और विसंगतियों को उनके जड़ से पकड़ ने का प्रयास किया। मूर्तियों की आकृति गढ़ने और उसमें रंग भरने वाला मूर्तिकार स्वाभिमानी और खुद्दारी के चलते अपनी कला से समझौता नहीं करता है। कई मौके पर पैसे वालों ने कला खरीदने की कोशिश की, लेकिन उसके अंदर का मूर्तिकार कला बेचने को तैयार नहीं हुआ। जिसके कारण अपने पारिवारिक दायित्वों को पूरा नहीं कर पाने के चलते पत्नी ललिता (अंबिका सोनी) से अक्सर तकरार होती रहती है। विवशता से घिरा मूर्तिकार आखिर एक दिन अपनी बनाई मूर्तियों और पेंटिग तोड़ देता है और दूसरों की तरह ही बनने की बात करता है। नाटक में मूर्तिकार की बहन का किरदार निभा रहीं अन्नु प्रिया और अनादि की भूमिका में राजू सहनी ने संवाद अदायगी और अभिनय से दर्शकों को बांधे रखा। वहीं रौशन सहनी, सत्यम सिंह, सूरज कुमार नमन और अनमोल सहित अन्य कलाकारों ने अंत तक नाटक की जीवंतता को बरकरार रखा। इसके पहले सम्मान समारोह और नाट्य प्रस्तुति मंच का उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सह विशेष गृह सचिव विकास वैभव ने फीता काटकर किया। शुरुआती दौर में मंच का संचालन राज हाई स्कूल के शिक्षक अनुराग मिश्रा ने किया। इसके बाद वरिष्ठ पत्रकार आजाद दक्ष ने मंच संचालन का कार्य बखूबी निभाया। तमाम आगत अतिथियों का स्वागत पत्रकार आशुतोष कुमार पांडेय ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने कहा कि युवाओं का सोच बदल रहा है। साहित्य, शिक्षा, चिकित्सा, कला संस्कृति के क्षेत्र मे बिहार तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस दौरान उपस्थित गणमान्य लोगों में आजाद दक्ष, अश्विनी कुमार, यश उपाध्याय, श्रीपति त्रिपाठी, विवेक चंद्र, सुनील पांडेय और धीरेंद्र कुमार सहित इलाके के कई गणमान्य लोगों और आयोजन समिति के सदस्यों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित कराई।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.