कल से शहर में डोर-टू-डोर कचरा उठाव
बक्सर। नगर परिषद ने शहर के निवासियों को कचरा फेंकने की समस्या के दूर करने हेतु डोर
बक्सर। नगर परिषद ने शहर के निवासियों को कचरा फेंकने की समस्या के दूर करने हेतु डोर टू डोर कचरा उठाव पर निविदा स्वीकृत कर ली है । इस योजना पर अगले सोलह सितंबर से सफाई एजेंसी कार्य शुरु कर देगी। इसके बाद शहर के निवासियों को कचरा फेंकने हेतु कोई भी समस्या नहीं रह जाएगी। वे घर का कचरा इकट्ठा कर के रखेंगे। एजेंसी के मजदूर उनके घर से कचरा उठा लेगा।
4 लाख 75 हजार रुपये के मासिक भुगतान पर एजेंसी ने कार्य का जिम्मा लिया है। इससे शहर के लिए बदनुमा दाग बने कूड़ा-कचरा से आम जनों को मुक्ति मिलने की उम्मीद है। हालांकि, नप की यह योजना कितनी सफल साबित हो रही है, यह समय बताएगा। शहर को साफ-सुथरा रखने हेतु नप ने कई बार योजना बनाया। इसके अलावा उसने कई तरह के प्रयोग भी किये। सूत्र बताते है कि, वह अपनी किर-किरी होने पर आनन-फानन में हर बार एक नई योजना के तहत शहर की सफाई शुरु करा दी।
प्रतिदिन छह घंटे का रहेगा कार्य
सफाई एजेंसी के मजदूर नप क्षेत्र के 34 वार्ड में सुबह छह बजे से बारह बजे के बीच डोर-टू-डोर कचरा उठाव का कार्य करेंगे। इस दौरान वे विसिल बजा कचरे की मांग करेंगे। एक घर के दरवाजे पर वे पांच मिनट का समय देंगे। इस बीच कचरा नहीं मिलने की स्थिति में वे वहां से निकल जाएंगे। इसके बाद गृह स्वामी को उनके समय के मुताबिक दूसरे दिन दोनों दिन का कचरा देना होगा।
सड़क पर कचरा फेंकने पर रहेगा प्रतिबंध
डोर-टू-डोर कचरा उठाव कार्य शुरु होने के बाद शहर की सड़कों पर कचरा फेंकने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगी। कोई भी व्यक्ति सड़क पर कचरा फेंकते पकड़े जाने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, इस बीच सफाई एजेंसी के लापवाही बरतने पर उसके विरुद्ध भी कार्रवाई होगी।
नप मजदूरों का कार्य
सभी सार्वजनिक स्थलों सहित शहर के सभी तरह के नाले की उड़ाही का जिम्मा नप मजदूरों के जिम्मे होगी। दोहरी सफाई नीति से शहर को चकाचक किया जा सकता है। इसके बाद वार्ड व मुख्य पर कहीं भी कचरा दिखने की संभावना नहीं के बराबर होगी। जबकि, कचरा निस्तारन के अभाव में आम जन सड़कों को ही कूड़ेदान के रूप में उपयोग करते है। यह शहर को गंदा करने में बड़ी समस्या है। डोर टू डोर कचरा उठाव से यह समस्या समाप्त होगी।
संसाधन की आपूर्ति
डोर-टू-डोर कचरा उठाव हेतु सफाई संसाधनों की आपूर्ति सफाई एजेंसी स्वयं करेंगी। इसके अलावा अगर वह नप सफाई संसाधनों का उपयोग करता है तो उसे उसका किराया देना होगा। बिना किराए का भुगतान उसे ट्रैक्टर बेलचा का उपयोग नहीं करने दिया जाएगा।
नप को काफी होगा फायदा
डोर-टू-डोर कचरा उठाव कार्य शुरु होने से नप को काफी फायदा होगा। शहर से कचरा उठाव की समस्या लगभग समाप्त होगी। इसके बाद नप सफाई कर्मी सत्तर प्रतिशत तक फ्री रहेंगे। उन्हें दूसरे कार्य में लगाया जाएगा।
अनिल कुमार, नप कार्यपालक पदाधिकारी।