स्वच्छता एवं समृद्धि का महापर्व शुरू, आज धन्वंतरि की पूजा
बक्सर। स्वच्छता एवं समृद्धि का महापर्व दीपावली सोमवार से प्रारंभ हो रहा है। पहले दिन धनतेरस को लोग धन के देवता कुबेर एवं माता लक्ष्मी की पूजा करेंगे।
बक्सर। स्वच्छता एवं समृद्धि का महापर्व दीपावली सोमवार से प्रारंभ हो रहा है। पहले दिन धनतेरस को लोग धन के देवता कुबेर एवं माता लक्ष्मी की पूजा करेंगे। विशेषकर यह पूजा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर होते हुए देखने को मिलती है। आचार्य मुक्तेश्वरनाथ शास्त्री ने बताया कि इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान कुबेर का अवतरण हुआ था। क्षीर सागर के मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि पीला कलश हाथों में लिए बाहर निकले थे। इस कारण ऐश्वर्य वृद्धि के लिए पीतल बर्तन, सोना-चांदी आदि खरीदने की परंपरा प्राचीन समय से चली आ रही है।
दरअसल, धनतेरस को लोगबाग सोना-चांदी एवं बर्तन तथा जरूरत के सामानों की खरीदारी करना बेहतर समझते हैं। इसका इंतजार व्यवसायियों को भी बेसब्री से रहता है। इस खास उत्सव में दुकानों की रूप-सज्जा भी खास तरीके से उनके द्वारा की जाती है। शहर के ठठेरी बाजार, मुनीम चौक, यमुना चौक आदि मुख्य बाजार में लोगों की इतनी अधिक भीड़ उमड़ती है कि साइकिल कौन कहें पैदल निकलना भी मुश्किल भरा होता है। बल्कि, कई तो यहां के उमंग के दृश्य का अवलोकन करने पहुंचते हैं। बर्तन व्यवसायी ललन कांस्यकार का कहना है कि त्योहार को लेकर विशेष सामान मंगा लिए गए हैं। लेकिन, इसकी साजो-सज्जा धनतेरस से एक दिन पूर्व यानि रविवार की रात्रि पहर में की जायेगी। झाड़ू की भी होगी खरीदारी : धनतेरस के दिन जहां एक तरफ कीमती धातुओं में सोना-चांदी एवं बर्तन तथा जरूरत के सामानों की खरीदारी लोग करेंगे। वहीं, कई तो इस दिन झाड़ू की खरीद करना नहीं भूलते। कहते हैं कि माता लक्ष्मी को साफ-सफाई बेहद पसंद है। वो उन्हीं घर वास करती हैं जहां साफ-सफाई हो। इस कारण लोगों द्वारा घर का कचरा हटाने के लिए झाड़ू की खरीद करना इस दिन को शुभ मानते हैं। परंतु, कर्मकांडियों का कहना है कि धनतेरस को कांच निर्मित सामान, काले रंग की चीजें एवं चाकू-कैंची आदि की खरीद से परहेज करना चाहिए। वहीं, दीवाली पूजन को मिट्टी के दिए, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, खील-बतासा आदि की खरीदारी कर लेना बेहतर होता है।