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अगले माह आ सकता है अनुदेशकों के मामले में फैसला

प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत बड़का राजपुर में शुक्रवार को अनौपचारिक शिक्षा से जुड़े अनुदेशकों की एक बैठक संघ के मंडल अध्यक्ष हरेन्द्र मिश्र की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें अनुदेशकों के समायोजन में सरकार द्वारा बरती जा रही उदासीनता की तीव्र निदा की गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Mar 2019 06:12 PM (IST)Updated: Fri, 15 Mar 2019 06:12 PM (IST)
अगले माह आ सकता है अनुदेशकों के मामले में फैसला
अगले माह आ सकता है अनुदेशकों के मामले में फैसला

बक्सर । प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत बड़का राजपुर में शुक्रवार को अनौपचारिक शिक्षा से जुड़े अनुदेशकों की एक बैठक संघ के मंडल अध्यक्ष हरेन्द्र मिश्र की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें अनुदेशकों के समायोजन में सरकार द्वारा बरती जा रही उदासीनता की तीव्र निदा की गई। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष ने कहा कि गत बुधवार को पटना उच्च न्यायालय ने केस रिव्यू के दौरान सरकार को जमकर लताड़ लगाई है। कोर्ट ने जब सरकार के प्रतिनिधि से यह जानना चाहा कि जिस महिला अनुदेशक का हवाला देकर मामले को पेचीदा करने का प्रयास किया गया। क्या उस महिला को सरकार द्वारा नौकरी नहीं दी गई है। इस पर सरकार के प्रतिनिधि द्वारा जवाब के लिए न्यायालय से एक मौका और देने की मांग की गई है। हालांकि, अगली तारीख पर अनौपचारिक संघ महिला अनुदेशक की नौकरी से संबंधित सारे प्रमाणपत्र साक्ष्य के रूप में कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत भी करेगा। श्रीमिश्र ने कहा कि 17 मार्च को डुमरांव प्रखंड मुख्यालय स्थित शिव मंदिर के प्रांगण में आयोजित अनुदेशकों की बैठक में पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता मायाशंकर मिश्र सिमरी पहुंच रहे हैं। जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। बैठक में अनिल राय, भगवान प्रसाद, ददन यादव, संतोष पांडे, सुशील मिश्र, मकरध्वज राय, सुशील चौबे, ओमप्रकाश पांडे, रविन्द्र दूबे, रामाशंकर दूबे सहित दर्जनों अनुदेशक मौजूद थे।

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