CM नीतीश की शिक्षकों को सलाह- नौकरी और वेतन के साथ बच्चों के भविष्य की चिंता करें
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षकों को सलाह दिया कि वे नौकरी और वेतन के साथ बच्चों के भविष्य की भी चिंता करें।
सासाराम [जेएनएन]। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक बनने के बाद वेतन की ही नहीं, बच्चों के भविष्य की भी चिंता करें। आवश्यकता के अनुरूप और शिक्षकों की बहाली की जाएगी। हमें सूबेदार सिंह से सीख लेनी चाहिए, जिन्होंने अनपढ़ होते हुए भी दूसरों को शिक्षित करने के लिए सात एकड़ जमीन दान दे कालेज की स्थापना की। गुरुवार को करगहर के सूबेदार सिंह महाविद्यालय में कॉलेज संस्थापक सूबेदार सिंह की प्रतिमा का अनावरण करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ये बातें कहीं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराब माफिया से मिलीभगत करने वाले अधिकारियों को चेताया है। नीतीश ने कहा कि मुझे पता है कि कुछ लोग अधिकारियों की मिलीभगत से शराब के धंधे को जारी रखे हुए हैं। तंत्र विकसित किया जा रहा। वैसे अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी, जो इस धंधे को बढ़ावा दे रहे।
शराबबंदी की वजह से कोई परिवार भूखा नहीं मरेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की मांग पर शराबबंदी लागू की गई है। इसकी निरंतरता बनी रहे, आप सब की जिम्मेदारी है। शराबबंदी से कोई परिवार भूखे न मरे इसका ख्याल सरकार कर रही है। वैसे लोगों के लिए वैकल्पिक रोजगार योजना के अंतर्गत पशुपालन, मत्स्य पालन समेत छह प्रकार की योजनाएं शुरू की जाएंगी।
सीएम ने कहा कि मेरा मुख्य इरादा न्याय के साथ विकास है। सबका विकास मेरी सरकार में ही होगा। जो मुझे वोट दे और जो न दे, हमारे लिए सब बराबर हैं। कुछ लोग राजनीति में हैं, वे केवल वोट व जात की राजनीति करते है। लेकिन हम काम में विश्वास करते हैं। हमें काम प्यारा है, जिन्हें काम में रुचि है, वह हमें चाहेगा।