पढ़ाई को मिशन की तरह अपनाओ, देखो मजा आएगा : एसपी
बच्चों से खचाखच भरा एसपी का कक्ष। अन्य दिनों की तरह यहां कोई मी¨टग नहीं चल रही थी न ही आरक्षी अधीक्षक किसी दरोगा की क्लास लगा रहे थे। वह अपनी किसी प्ला¨नग पर भी चर्चा नहीं कर रहे थे अपितु, पुलिस क्या है? पुलिस का मुख्य काम क्या है? पुलिस के काम करने का तरीका क्या है? पुलिस के कितने ¨वग होते हैं? पुलिस के किस ¨वग का काम क्या होता है और कैसे सभी ¨वग एक दूसरे के साथ समन्वय बनाकर काम करते हैं? इसके बारे में जानकारी दे रहे थे।
बक्सर । बच्चों से खचाखच भरा एसपी का कक्ष। अन्य दिनों की तरह यहां कोई मी¨टग नहीं चल रही थी न ही आरक्षी अधीक्षक किसी दरोगा की क्लास लगा रहे थे। वह अपनी किसी प्ला¨नग पर भी चर्चा नहीं कर रहे थे अपितु, पुलिस क्या है? पुलिस का मुख्य काम क्या है? पुलिस के काम करने का तरीका क्या है? पुलिस के कितने ¨वग होते हैं? पुलिस के किस ¨वग का काम क्या होता है और कैसे सभी ¨वग एक दूसरे के साथ समन्वय बनाकर काम करते हैं? इसके बारे में जानकारी दे रहे थे। असल में, जागरण बाल संवाद कार्यक्रम में एक शिक्षक की भूमिका में पुलिस कप्तान नीरज कुमार बच्चों को पुलिस और पुलि¨सग के मायने समझा रहे थे। कार्यक्रम में सेंट्रल पब्लिक स्कूल के अलावा बीबी हाईस्कूल, रेडियंट पब्लिक स्कूल एवं बिहार सेंट्रल स्कूल के बच्चे एसपी से मुखातिब थे और वह बच्चों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
इस दौरान बच्चों को शिक्षा का महत्व समझाते हुए एसपी ने कहा कि अपनी पढ़ाई को मिशन की तरह अपनाओ, और तब देखो कितना मजा आएगा। शिक्षा को मिशन बना लोगे फिर आपको कोई रोक नहीं सकता है। मिशन मतलब समझते हो न। ²ढ इच्छाशक्ति होनी चाहिए उसके लिए। एसपी ने कहा जीवन में अनुशासन और डेडिकेशन दोनों बहुत जरूरी है और दोनों का महत्व भी। पुलिस के लिए भी ये दोनों बेहद महत्वपूर्ण हैं। पुलिस का मुख्य काम क्या है? पुलिस का मुख्य काम क्राइम को रोकना है, कंट्रोल करना है लेकिन, अगर क्राइम हो जाए तो उसकी जांच करना और उस मामले का जल्द निष्पादन करा देना भी मुख्य काम की ही श्रेणी में आता है। एसपी ने कहा, पुलिस क्राइम को प्रिवेंट तो करती है, लेकिन उसका कोई रिकार्ड उसके पास मौजूद नहीं होता। उसके पास यह आंकड़ा होता है कि कितने मर्डर हुए परन्तु यह आंकड़ा नहीं रहता कि पुलिस ने कितने मर्डर रोके। इसके अलावा कुछ चीजें प्राइवेसी होती हैं, जो बताई नहीं जातीं। जहां तक पढ़ाई की बात है तो आपलोग बड़े-बड़े सपने लेकर जी रहे हो। जैसा आप सभी से बातचीत से लग रहा है तो उस सपने को पूरा करने के लिए आपको मिशन की तरह काम करना है। पढ़ाई एक मिशन है। उसे मिशन के रूप में लो। फिर देखो आपके मन में इसको लेकर जिस तरह के भी संशय हैं वे कैसे आसानी से खुद-ब-खुद समाप्त हो जाते हैं। पढ़ाई का कोई मोल नहीं होता। लेकिन हां, कठिन परिश्रम जरूर करना पड़ता है।