ग्राम विकास शिविर में दी गई जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी
सरकार द्वारा जनहित में चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजना कितना कारगर है या लोगों में इसकी जानकारी है भी या नहीं। इसकी तहकीकात के लिए जिला महकमा एक बार फिर से गांव की ओर रुख किया है।
बक्सर । सरकार द्वारा जनहित में चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजना कितना कारगर है या लोगों में इसकी जानकारी है भी या नहीं। इसकी तहकीकात के लिए जिला महकमा एक बार फिर से गांव की ओर रुख किया है। इस कार्यक्रम के तहत शनिवार को प्रखण्ड के चुन्नी पंचायत के अखौरीपुर गोला स्थित महावीर मंदिर के प्रांगण में ग्राम विकास शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में डीएम राघवेन्द्र ¨सह के नेतृत्व में जिले के सभी बड़े पदाधिकारी पहुंचे थे। बारी-बारी से पदाधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग के माध्यम से सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तार से लोगों में जानकारी दी गई। डीडीसी अरविन्द कुमार ने मनरेगा से सम्बंधित योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि अब निजी जमीन में पोखरा, आहर खोदवा सकते हैं। वहीं, मछली पालन से भी रोजगार बढ़ाया जा सकता है। मनरेगा से पौधरोपण, प्रधानमन्त्री आवास योजना के साथ मुख्यमन्त्री आवास स्थल व पुराने आवास जो खत्म हो गए। वे भी नए आवास का निर्माण कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें आवेदन जमा करना होगा। वहीं, अनुमण्डल पदाधिकारी केके उपाध्याय ने बताया कि आज भी जिनका राशन कार्ड नहीं बना है। उसके लिए आवेदन दे सकते हैं। बताया गया कि अब तक लोगों द्वारा दिए गए आवेदन पर नए राशन कार्ड वितरण किए जा रहे हैं। जहां लाभार्थियों को अनाज भी मिलना शुरू हो जाएगा। वहीं, विभिन्न पेंशन योजनाओं की भी जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि जो संसाधन व भूमि के अभाव मे शौचालय का निर्माण नहीं करा पाए हैं। उनके लिए सभी दस पंचायतों में सार्वजनिक शौचालय निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं, वर्ष 2011 तक कन्या विवाह मद में लाभुकों को राशि दे दी गई थी। उसके बाद राशि के अभाव में योजना बन्द पड़ी थी। लेकिन, अब आवंटन हो चुका है। शीघ्र ही पड़े आवेदनों की राशि लाभुकों के खाते में जाने लगेगी। कार्यक्रम का समापन मुखिया विष्णु ¨सह द्वारा किया गया। शिविर में ईवीएम एवं वीवीपैट की जानकारी ग्राम विकास शिविर में जिला पंचायत राज पदाधिकारी मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने की प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी दी गई। वहीं, आनेवाले चुनाव की तैयारी को लेकर ईवीएम एवं वीवीपैट मशीन की विस्तार से जानकारी दी गई। वहीं, लोगों को प्रयोग करने विधि भी बताई गई। उन्होंने कहा कि लोगो में संदेह बना रहता था। ईवीएम मशीन में वोट करने के बाद पी की आवाज आती थी।लेकिन, लोगो में संदेह रहता था कि हमने जिनको मत दिया वह सही है या झूठ। इन सारी समस्या का निदान वीवीपैट मशीन से हो जाएगा। अब लोग जिनको मत दिए हैं, वह देख भी सकते हैं। शिविर में लगे थे विभिन्न विभागों के पन्द्रह स्टॉल ग्राम विकास शिविर में विभिन्न विभागों के कुल 15 स्टॉल लगाए गए थे। जिन पर लोगों ने लाभ हेतु आवेदन दिया। वहीं, वीवीपैट मशीन पर सैकड़ो लोगों को प्रयोग कराया गया। राजस्व विभाग, आपूर्ति, पशुपालन, कल्याण विभाग, जीविका, स्वच्छता, जिला निबन्धन सह परामर्शदाता, कृषि विभाग, पेंशन, मनरेगा, स्वास्थ्य, बिजली विभाग व बाल विकास परियोजना के अलग- अलग स्टॉल लगाए गए थे। जहां विभिन्न योजना से सम्बंधित स्टालों पर लोगों ने आवेदन दिए। हालांकि, आपूर्ति तथा वीवीपैट स्टालॅ पर लोगों की ज्यादा भीड़ रही।