संवाद सहयोगी, राजपुर (बक्सर): स्थानीय अंचल क्षेत्र में बने लगभग 500 मकानों पर बुलडोजर चलने वाला है। ये वो घर हैं, जो गैरकानूनी तरीके से सरकारी जमीन या जल स्रोत का अतिक्रमण कर बना लिए गए हैं। खास बात यह है कि इन 500 मकानों में सरकारी आवास योजना के तहत बनाए गए घर भी शामिल हैं।

मकानों को गिराने की शुरुआत देवढ़िया गांव से हो चुकी है, जहां दो घरों पर बुलडोजर चलाया गया। सीओ सोहन राम ने बताया कि बिहार सरकार की जमीन को अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा। खास तौर पर तालाब, पोखरा एवं जल संचय वाली सभी जगहों को खाली कराया जाएगा। जल स्रोतों के अतिक्रमण से भूमिगत जलस्तर घटता जा रहा है।

अतिक्रमण मुक्त कराए जाएंगे पोखर

जल जीवन हरियाली अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार के निर्देश के तहत अतिक्रमण वाद अधिनियम के तहत नोटिस जारी किए जा रहे हैं। अब तक लगभग 500 से अधिक लोगों को नोटिस जारी किया गया है। पीएम आवास योजना के तहत जिन लोगों ने अपना घर जल संचय वाली जगहों पर बना लिया है, उनका भी सर्वेक्षण किया जा रहा है। जल्द ही उन्हें दूसरी जगहों पर  विस्थापित कर उस जमीन को खाली किया जाएगा। अतिक्रमण वार्ड अधिनियम के तहत विभिन्न गांव के लोगों को चिन्हित कर नोटिस भेजने की प्रक्रिया जारी है।

देवढ़िया गांव में तोड़े गए दो पक्के मकान

अतिक्रमण मुक्त अभियान के तहत थाना क्षेत्र के देवढिया गांव में दो पक्के मकान तोड़ दिए गए। लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के निर्देश पर सीओ सोहन राम के साथ भारी संख्या में पुलिस बलों की मौजूदगी में सरकारी जमीन पर बना अवैध पक्का मकान तोड़ दिया गया। सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर पक्का घर बनाने वाले गांव के ही आशुतोष कुमार मिश्रा एवं सुधीर कुमार मिश्रा का घर जेसीबी चलाकर तोड़ा गया। अतिक्रमण हटाने के लिए गांव के ही अनिल कुमार मिश्रा एवं राजेश कुमार सिन्हा ने मामला दर्ज कराया था। इस मामले पर त्वरित कार्रवाई करते हुए लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था।

Edited By: Deepti Mishra