Buxar News: बक्सर में दलों की चिंता बढ़ाने की तैयारी में जुटे हैं निर्दलीय उम्मीदवार, बीते 10 साल से यह सीट भाजपा के पास
Buxar News Today लोकसभा चुनाव के लिए बक्सर संसदीय क्षेत्र में प्रमुख राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों के चेहरे लगभग स्पष्ट हो चुके हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए की ओर से भारतीय जनता पार्टी के मिथिलेश तिवारी की उम्मीदवारी की औपचारिक घोषणा हो चुकी है। महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल के सुधाकर सिंह की उम्मीदवारी भी तय मानी जा रही है।
जागरण संवाददाता, बक्सर। Buxar News: लोकसभा चुनाव के लिए बक्सर संसदीय क्षेत्र में प्रमुख राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों के चेहरे लगभग स्पष्ट हो चुके हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए की ओर से भारतीय जनता पार्टी के मिथिलेश तिवारी की उम्मीदवारी की औपचारिक घोषणा हो चुकी है। महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल के सुधाकर सिंह की उम्मीदवारी भी तय मानी जा रही है।
इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी ने अपने प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार को उम्मीदवार बनाया है। दलीय तौर पर ये तीन चेहरे लगातार सक्रिय दिख रहे हैं।
दलों की चिंता बढ़ाने में जुटे निर्दलीय उम्मीदवार
इनके अलावा कुछ ऐसे नेता भी सक्रिय हैं, जो निर्दल चुनाव लड़ने को ताल ठाेंक रहे हैं। इनमें हाल में स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने वाले असम-मेघालय कैडर से भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी आनंद मिश्रा और पूर्व विधायक ददन पहलवान का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है।
दोनों ही लोग चुनाव लड़ने का अपना इरादा जाहिर कर चुके हैं। अगर ये लोग चुनाव मैदान में आते हैं, तो दलीय प्रत्याशियों को मतों का नुकसान उठाना पड़ सकता है। हालांकि यह नुकसान मामूली होगा या गंभीर यह मतदाताओं का मिजाज ही तय करेगा। इनमें आनंद भाजपा, तो ददन राजद के टिकट के लिए प्रयास कर रहे थे।
बीते 10 साल से बक्सर सीट भाजपा के पास
बक्सर लोकसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी गत सात में छह चुनाव जीती है। बीते 10 साल से बक्सर सीट लगातार भाजपा के पास है। इसके पहले पांच साल के लिए पहली बार यह सीट राष्ट्रीय जनता दल के हाथ लगी थी। यह सीट बहुजन समाज पार्टी के कोर मतदाताओं के लिहाज से भी महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसके अलावा इस सीट पर एक पुराना नाम ददन सिंह यादव उर्फ ददन पहलवान का हमेशा चर्चा में रहा है।
वह 2004 से 2014 तक लगातार तीन चुनाव लड़ चुके हैं। सभी तीन चुनावों में उन्हें डेढ़ लाख के करीब मत मिले थे। हालांकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में वह मैदान में नहीं उतरे। इसकी वजह यह थी कि तब वह जनता दल यूनाइटेड के विधायक थे और उनकी पार्टी का भाजपा के साथ गंठबंधन था।
उस चुनाव में बीजेपी ने बक्सर सीट एक लाख 17 हजार मतों के अंतर से जीती थी। बीते चुनाव में भाजपा और राजद के बीच यहां लगभग सीधी टक्कर हुई थी। भाजपा को 473053, राजद को 355444 और तीसरे नंबर पर रही बसपा को 80261 मत मिले थे। शेष 12 उम्मीदवारों को डेढ़ से 12 हजार के बीच मत मिले थे।
राजनीतिक दलों पर को अपने कोर वोट पर भरोसा
वैसे तो उम्मीदवारों का औपचारिक तौर पर मैदान में आना शेष है। लेकिन जिस तरह की तैयारियां हैं, उसमें पूर्व आइपीएस आनंद मिश्रा को ब्राह्मण, तो ददन पहलवान को यादव मतदाताओं से बड़ी आस है। वैसे ये दोनों ही प्रत्याशी हर वर्ग का समर्थन पाने का दावा करते हैं। इधर राजनीतिक दलों को विश्वास है कि उनके कोर मतदाता इस बार इधर-उधर छिटकने वाले नहीं हैं।
भाजपा के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर तो राजद तेजस्वी और लालू यादव के नाम पर वोट मांग रहा है। बसपा को भी मायावती का चेहरे पर वोट की उम्मीद है। इधर, ददन पहलवान स्थानीय और बाहरी का मुद्दा बना रहे हैं, तो आनंद मिश्रा को अपनी स्वच्छ छवि और युवाओं के साथ का भरोसा है।
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