प्रति बीघा 32 ¨क्वटल धान की पैदवार, खिली किसानों की बांछें
गुरुवार को राजपुर प्रखंड के सिकठी पंचायत अंतर्गत इम्दापुर में केवीके की देखरेख में धान की फसल कटनी का प्रयोग किया गया। जहां प्रतिकूल मौसम के बावजूद सिजेंटा ग्रोमोर पद्धति से की गई खेती में धान की बम्पर पैदावार पाई गई।
बक्सर । गुरुवार को राजपुर प्रखंड के सिकठी पंचायत अंतर्गत इम्दापुर में केवीके की देखरेख में धान की फसल कटनी का प्रयोग किया गया। जहां प्रतिकूल मौसम के बावजूद सिजेंटा ग्रोमोर पद्धति से की गई खेती में धान की बम्पर पैदावार पाई गई। बेहतर परिणाम को देख किसान के साथ ही अधिकारियों की भी बांछें खिल उठी।
दिन रात एक कर किसान जब अथक परिश्रम से खेती करता है तो बेहतर परिणाम के लिए टकटकी लगाए रहता है। ऐसे में जब बम्पर पैदवार सामने नजर आती है तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता। गुरुवार को ऐसा ही कुछ धान के खेत की क्रॉप क¨टग के दौरान सिकठी पंचायत के इम्दापुर में देखने को मिला। जहां कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों की देखरेख में पेशे से शिक्षक सह किसान सुजीत पांडेय के खेत में धान की क्रॉप क¨टग की गई। जिन्होंने ग्रोमोर पद्धति से धान की बोवाई आठ जुलाई को की थी। खेत का पूरा प्रबंधन देशी प्रशिक्षण प्राप्त धनसोई के जितेंद्र कुमार ¨सह और सिजेंटा प्रतिनिधि ललन ¨सह के उचित परामर्श के अनुसार खेती का पूरा प्रबंधन किया गया था। फसल कटनी के बाद उनके खेत पर नमी निकालने के बाद प्रति बीघा 32 कुंतल धान का उत्पादन पाया गया। जो प्रतिकूल मौसम के बावजूद एक रिकार्ड उत्पादन है। मौके पर मौजूद कृषि वैज्ञानिक डा. मान्धाता ¨सह ने बताया कि किसान यदि मौसम को देखते हुए फसल का उचित प्रबंधन करें तो निश्चय ही सफलता उनके कदम चूमेगी। इस अवसर पर गांव के अर¨वद पांडेय, उमाशंकर पांडेय, गोपाल पांडेय, अजीत पांडेय, सोनू पांडेय समेत पचासों किसान मौजूद रहे। जिन्होंने बम्पर उत्पादन देखकर भविष्य के लिए नसीहत ली।