एएनएम और प्रसूति महिला के परिजनों में हुई नोकझोंक
अनुमंडलीय अस्पताल में रविवार को खून जांच के सवाल को लेकर एएनएम और प्रसूति महिला के परिजन के साथ नोकझोंक की घटना घटित हुई। हालांकि, अस्पताल में डयूटी पर तैनात डॉ.बीरेन्द्र कुमार के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया।
बक्सर । अनुमंडलीय अस्पताल में रविवार को खून जांच के सवाल को लेकर एएनएम और प्रसूति महिला के परिजन के साथ नोकझोंक की घटना घटित हुई। हालांकि, अस्पताल में डयूटी पर तैनात डॉ.बीरेन्द्र कुमार के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया। घटना के संबंध में बताया जाता है कि सुबह में नंदन गांव की रूबी देवी नामक प्रसूति महिला का प्रसव कराने के लिए उसके परिजन अस्पताल पहुंचे। रविवार को खून जांच केन्द्र बंद रहता है। परिणामस्वरूप प्रसूति महिला का हेमोग्लोबिन एवं एचआइवी की जांच कराने में एएनएम असमर्थ थी। प्रसव कक्ष में डयूटी पर तैनात एएनएम निर्मला देवी ने प्रसूति के पति रामाशीष से उसकी खून की जांच रिपोर्ट में हेमोग्लोबिन, एचआइवी एवं एचवीएएसजी की मांग की। इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस छिड़ गई। लंबी बहस के दरम्यान ही गर्भवती महिला दर्द से कराहने लगी। स्थिति नाजुक देख एएनएम को बगैर खून जांच रिपोर्ट के प्रसव कराना पड़ा। मौके पर मौजूद डॉ.बीरेन्द्र कुमार ने बताया कि किसी भी गर्भवती महिला का प्रसव काल से पहले खून जांच में यथा एचआइवी, एचवीएएसजी एवं शरीर में मौजूद खून की मात्रा की जांच आवश्यक होता है। लेकिन, प्राय: प्रसव के लिए अस्पताल पहुंचने वाली 80 फीसद से अधिक गर्भवती महिला की खून जांच की रिपोर्ट नहीं रहती है। इस हालात में प्रसव काल के समय अस्पताल में खून जांच किया जाता है। यदा-कदा आपात काल में बगैर खून जांच किए प्रसव कक्ष में तैनात एएनएम को गर्भवती महिला का प्रसव कराना पड़ जाता है।