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तीन लाख रुपये फूंकने के बाद प्रबंधन ने बदला दीदी रसोई का स्थान

बक्सर अनुमंडल अस्पताल में बनने वाले दीदी रसोई घर और कैंटिन को लेकर सिर मुंड़ाते ओले

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Jun 2021 07:36 PM (IST)Updated: Sun, 13 Jun 2021 07:36 PM (IST)
तीन लाख रुपये फूंकने के बाद प्रबंधन ने बदला दीदी रसोई का स्थान
तीन लाख रुपये फूंकने के बाद प्रबंधन ने बदला दीदी रसोई का स्थान

बक्सर : अनुमंडल अस्पताल में बनने वाले दीदी रसोई घर और कैंटिन को लेकर सिर मुंड़ाते ओले पड़े वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। लगातार करीब एक साल से अस्पताल में रोगियों को जलपान एवं भोजन की आपूर्ति बंद है। स्वास्थ विभाग द्वारा ग्रामीण जीविकापार्जन प्रोत्साहन समिति के माध्यम से डुमरांव अनुमंडल अस्पताल में दीदी रसोई घर एवं कैंटिन का निर्माण कराने का निर्णय लिया गया। कैंटीन के ढांचा पर तीन लाख रुपये खर्च होने के बाद प्रबंधन को वह जगह सही नहीं लगी और अब स्थान बदल नए सिरे से प्राक्कलन बनाया जा रहा है। इससे अस्पताल प्रबंधक की दूरदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं।

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दरअसल, स्वास्थ विभाग और ग्रामीण जीविकोपार्जन समिति के बीच बनी सहमति के बाद अस्पताल के आकस्मिक सेवा कक्ष के निकट रसोई घर एवं कैंटिन का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। आकस्मिक सेवा कक्ष के पास शेड का निर्माण, दो शौचालय, रसोई कक्ष के लिए स्लैब की ढ़लाई, एल्मुनियम का दीवार, कैंटिन के लिए बरामदा हेतु दीवार का निर्माण एवं दरवाजा लगाया गया। इस प्रकार दीदी रसोई घर एवं कैंटिन के निर्माण मद में अनुमंडल अस्पताल प्रबंधन द्वारा करीब तीन लाख रुपये खर्च कर दिए गए। बाद में अस्पताल प्रबंधन को यह अहसास हुआ कि आपातकालीन कक्ष के पास रसोई बनवाना ठीक नहीं है। इसके बाद दीदी रसोई घर के लिए अस्पताल के पूर्वी कोनें में मौजूद खाली जगह का चयन किया गया। नई जगह पर निर्माण के लिए कनीय अभियंता के माध्यम से दोबारा प्राक्कलन तैयार कराया जा चुका है। इधर, इसी चक्कर में करीब सालभर से मरीजों को मिलने वाला पथ्य बंद है।

नई कैंटीन के लिए छह लाख रुपये की दरकार

अस्पताल सूत्रों की मानें तो अनुमंडल अस्पताल प्रबंधन द्वारा राज्य स्वास्थ समिति की गाइडलाइन के अनुसार अनुरक्षण एवं मरम्मति मद में उपलब्ध राशि से दीदी रसोई घर एवं कैंटिन का निर्माण कराया जाना है। पर अस्पताल के प्रबंधन के पास इस मद में राशि उपलब्ध नहीं है। फलस्वरूप अस्पताल प्रबंधन द्वारा कनिय अभियंता द्वारा तैयार प्राक्कलन का हवाला देते हुए अस्पताल प्रबंधन ने सिविल सर्जन से मरम्मति मद में छह लाख की राशि आंवटित करने का अनुरोध किया है। फिलहाल इस पर कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई है।

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आकस्मिक चिकित्सा सेवा कक्ष से सटे रहने से दीदी रसोई घर एवं कैंटिन निर्माण स्थल को बदल दिया गया है। अब नए स्थान अस्पताल के पूर्वी कोनें पर खाली स्थान पर निर्माण कराया जाएगा। अब नए स्थान पर दीदी रसोई घर एवं कैंटिन का निर्माण कराए जाने के लिए धन का अभाव है। सीएस से पत्राचार किया गया है।

डॉ.अनिल कुमार भट्ट, प्रभारी, अनुमंडलीय अस्पताल।


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