अब हमारे बीच नहीं रहे शिक्षाविद तारकेश्वर सिंह, दौड़ी शोक की लहर
्र जिदगी के आखिरी पड़ाव तक शिक्षा दान के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले तारकेश्वर सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे। शनिवार की शाम उन्होंने अपने पैतृक गांव दुल्लहपुर में जिदगी की अंतिम सांसें ली। वे लगभग 98 वर्ष के थे।
डुमरांव/सिमरी(बक्सर) । जिदगी के आखिरी पड़ाव तक शिक्षा दान के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले तारकेश्वर सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे। शनिवार की शाम उन्होंने अपने पैतृक गांव दुल्लहपुर में जिदगी की अंतिम सांसें ली। वे लगभग 98 वर्ष के थे।
जैसे ही उनके असामयिक निधन की खबर क्षेत्र में फैली मानों कोहराम मच गया। सामाजिक कार्यकर्ताओं, कला प्रेमियों, पंचायत प्रतिनिधियों से लगायत आम जनता का हुजूम उनके अंतिम दर्शन करने के लिए उमड़ पड़ा। सबकी आंखे नम थी और चेहरे पर मायूसी का भाव विद्यमान था। सिमरी पश्चिमी जिला पार्षद आरती देवी, सुनील सिंह, भरत शर्मा व्यास, दीपक सिंह, नंदजी सिंह, जितेंद्र दूबे, विनोद राय, अनु तिवारी, शेषनाथ पाठक, मुरली सिंह आदि ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से समाज की अपूरणीय क्षति हुई है। शोक व्यक्त करने वालों में प्रखंड प्रमुख प्रियंका पाठक, नीरज पाठक, सुशील कुमार लाल, अशोक राय, प्रमोद पाण्डेय, सोनू द्विवेदी, बंटी शाही, केदार यादव आदि प्रमुख थे।
सहकारिता नेता के निधन पर युवराज ने जताया शोक
शिक्षा विद एवं सहकारिता नेता के निधन पर युवराज चंद्रबिजय सिंह, छोटे युवराज मानबिजय सिंह के अलावा क्षत्रीय समाज के नेंता योगेन्द्र सिंह, अरूण कुमार सिंह, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामकुमार सिंह, कतवारू सिंह, शेषनाथ पाठक, राजपुर के पूर्व मुखिया पुनित सिंह, पूर्व मुखिया सुनील कुमार सिंह एवं पूर्व मंत्री अजीत चौधरी ने मृतक के पार्थिव शरीर पर फूल- माला अर्पित किया और उनकी आत्मा की शांति को लेकर कामना की। मृतक अपने पीछे बड़े पुत्र में अवकाश प्राप्त डीएसपी श्रीकांत सिंह एवं फौज में कर्नल पद पर विद्यमान पौत्र प्रवीण कुमार सहित पौत्र पौत्री से हरा भरा परिवार छोड़ गए हैं।