एक माह में आलू का भाव हुआ दूना
जागरण संवाददाता, बक्सर : आलू के पैदावार ने इसबार ऐसी चपत लगाई कि इसका भाव एक माह में ही दूना हो गया। इसके कारण लोगों के चोखा का स्वाद फीका पड़ गया है। हालांकि, भाव की ऐंठन से सबसे अधिक परेशानी गरीबों के थाली को हो रही है।
रिक्शा चालक मुंशी व विनोद का कहना है कि छोटे बच्चे हरि सब्जी की बजाए आलू खाना ज्यादा पंसद करते है। लेकिन, आलू के भाव ने उनके बजट में सेंधमारी करनी शुरू कर दी है। इनका कहना है कि घर के बड़े सदस्यों का काम अन्य सब्जियों से भी चल जा रहा है। लेकिन उन्हें केवल बच्चों को देखते हुए ही आलू की खरीदारी करनी पड़ रही है। वैसे भी आलू के बिना अनय कई सब्जियों का स्वाद भी फीका पड़ जाता है। बताते चलें कि एक माह पहले मंडी में आलू पचास रूपए प्रति पांच किलो के भाव बेचा जा रहा था। जो अब बढ़कर 90 रूपए प्रति पांच किलो पर पहुंच गया है। बताया जाता है कि उक्त फसल के अंतिम समय में बारिश हो जाने के कारण इसके पैदावार पर प्रतिकूल असर पड़ा था। हालांकि, कारोबारी अब इसके भाव में उछाल नहीं आने संकेत दे रहे हैं। इनका कहना है कि एक सप्ताह बाद कोल्ड स्टोरेज से आलू का निकलना शुरू हो जाएगा।