केंद्रीय मंत्री ने बड़हरा और शाहपुर का लिया जायजा
केंद्रीय मंत्री व सांसद आरके सिंह शनिवार को 15 दिनों से बाढ़ की त्रासदी झेल रहे बड़हरा और शाहपुर के पीडि़तों के बीच पहली बार पहुंच कर उनका हाल जाना।
आरा। केंद्रीय मंत्री व सांसद आरके सिंह शनिवार को 15 दिनों से बाढ़ की त्रासदी झेल रहे बड़हरा और शाहपुर के पीडि़तों के बीच पहली बार पहुंच कर उनका हाल जाना। केंद्रीय मंत्री के साथ जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा समेत कई अधिकारी मौजूद थे। एनडीआरएफ की टीम के साथ केंद्रीय मंत्री एवं अधिकारियों का दल बाढ़ प्रभावित बड़हरा एवं शाहपुर प्रखंड का दौरा कर जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश एवं सुझाव दिए। साथ हीं पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिया। वहां से लौटने के बाद संध्या समय सभी विभागों के अधिकारियों के साथ कृषि भवन सभागार में बैठक कर बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा की। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पीड़ितों से मिलने के क्रम में केंद्रीय मंत्री ने बड़हरा के पश्चिमी बबुरा पंचायत के कुतुबपुर गांव, आरा सदर के गोढ़ना रोड, तथा शाहपुर के गौरा तटबंध का जायजा लिया तथा सरकार द्वारा संचालित आपदा राहत कार्य का निरीक्षण किए। कुतुबपुर गांव में राहत कैंप, चिकित्सा कैंप का निरीक्षण किया तथा गांव के वार्ड नंबर 1 में भ्रमण कर लोगों का हालचाल जाना। उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण क्षति का आकलन किया जाना है, ताकि प्रभावित परिवारों को आपदा की भरपाई की जा सके। इसके लिए प्रभावित परिवार ईमानदारी से सूची में नाम जुड़वा लें। इस क्रम में यह ध्यान रखा जाना आवश्यक है कि सही नाम छूटे नहीं एवं गलत नाम जुटे नहीं। मौके पर उपस्थित अधिकारियों को भी इस संबंध में सावधानी बरतने को कहा। उसके उपरांत मंत्री श्री सिंह ने आरा नगर निगम क्षेत्र के गोढ़ना रोड़ की स्थिति का जायजा लिया। स्थानीय लोगों ने सड़क एवं ड्रेनेज सिस्टम की सुचारू व्यवस्था करने की मांग की। उन्होंने मौके पर उपस्थित आरा नगर निगम के नगर आयुक्त को गोढ़ना रोड के लोगों की समस्याओं के निजात हेतु किए जा रहे उपाय के संदर्भ में स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया। तत्पश्चात नगर आयुक्त ने लोगों को अवगत कराया कि गोढ़ना रोड में सड़क बनाने हेतु 1.30 करोड़ की राशि उपलब्ध है। तकनीकी स्वीकृति हेतु मुख्य अभियंता के पास भेजा गया है। उसके बाद सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि गोढ़ना रोड में नाला निर्माण के लिए टेंडर कर दिया गया है। दशहरा बाद कार्य प्रारंभ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अन्य नाला का भी निर्माण कार्य किए जाने की योजना है, जो वार्ड नंबर 43, 44 व 45 में पानी को निकाल कर तथा बिहारी मिल से लेकर बहिरो लख तक के पानी को निकालकर नहर में गिराएगा। इसके अतिरिक्त संपूर्ण आरा शहर के लिए एक डीपीआर बनाया गया है, जिसे निविदा प्रकाशित कर लखनऊ की विशेषज्ञ टीम से डीपीआर बनाया गया है। जिसमें अनुमानित प्राक्कलित राशि 112 करोड़ रुपए है। इसमें 12 आउटफाल नाला का निर्माण किया जाना है। उसे नगर विकास एवं आवास विभाग में स्वीकृति हेतु भेजा जा चुका है। शेष छोटे नाले का निर्माण निगम के स्तर से कराए जाने की योजना है। इन योजनाओं के कार्यान्वयन के पश्चात शहर में जल जमाव की समस्या दूर हो जाएगी। मौके पर उपस्थित आरा नगर निगम की उप मेयर पुष्पा सिंह ने गोढ़ना रोड के वासियों की मूल समस्या ड्रेनेज सिस्टम को बतलाया। समीक्षा बैठक में बड़हरा प्रभारी पदाधिकारी के रूप में डीटीओ तथा शाहपुर के प्रभारी पदाधिकारी के रूप में अपर समाहर्ता ने क्षेत्र में संचालित कार्यो की स्थिति पर प्रकाश डाला। साथ ही सिविल सर्जन, जिला पशुपालन पदाधिकारी, बाढ़ नियंत्रण, पथ निर्माण, पीएचईडी आदि संबंधित अधिकारियों से समीक्षा की। बैठक का संचालन जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने किया। उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण प्रभावित क्षेत्रों में आधारभूत संरचना के क्षतिग्रस्त होने के बारे में उसके खर्च का आकलन रिपोर्ट सरकार को भेजा जाना है। इसे संबंधित अधिकारियों को अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बैठक में पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार, उप विकास आयुक्त अंशुल अग्रवाल, नगर आयुक्त धीरेंद्र पासवान, अपर समाहर्ता कुमार मंगलम, डीटीओ माधव कुमार सिंह, डीएसओ संजीव कुमार और सभी अनुमंडल पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी सहित संबंधित विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे।