भोजपुर में बालू घाट पर ट्रैक्टर चालक की गोली मारकर हत्या
भोजपुर जिले के सहार थाना क्षेत्र अन्तर्गत बजरेयां सोन नदी स्थित बालू घाट के समीप शुक्रवार की देर रात हथियार बंद बदमाशों ने एक ट्रैक्टर चालक की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए।
आरा। भोजपुर जिले के सहार थाना क्षेत्र अन्तर्गत बजरेयां सोन नदी स्थित बालू घाट के समीप शुक्रवार की देर रात हथियार बंद बदमाशों ने एक ट्रैक्टर चालक की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए। बाद में मृतक की पहचान सहार थाना क्षेत्र के हनुमान छपरा गांव निवासी फूलचंद राम के 25 वर्षीय पुत्र कमलेश राम के रूप में की गई। सीने के पास गोली के जख्म का निशान पाया गया है। घटना रात 11.30 बजे के बाद की है। शुरूआती जांच में इस घटना को अवैध बालू खनन से जोड़कर देखा जा रहा है। इधर, हत्या से आक्रोशित ग्रामीण शनिवार की सुबह भाकपा-माले के नेतृत्व में सड़क पर उतर गए। एकवारी और अनुआं गांव के समीप आरा-अरवल मुख्य मार्ग को जाम कर पांच घंटे तक विरोध-प्रदर्शन किया। सड़क पर उतरे माले समर्थक मृतक के आश्रितों को मुआवजा व अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इस दौरान पुलिस से नोकझोंक भी हुई। बाद में पीरो डीएसपी अशोक कुमार आजाद व जिला कल्याण पदाधिकारी अनिल प्रसाद सिंह समेत अन्य पदाधिकारियों के आश्वासन पर सड़क जाम हट सका। इधर, मृतक के चाचा चंद्रमा राम द्वारा फौजी घाट के संचालक नागेंद्र सिंह उर्फ फौजी के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। वह बजरेया का निवासी बताया जाता है। पूर्व में फौज में था।
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ट्रैक्टर लेकर बालू लोडिग के लिए गया था, तभी वारदात
बताया जाता है कि सहार के हनुमान छपरा गांव निवासी कमलेश राम इनरूखी गांव निवासी छोटू यादव का ट्रैक्टर चलाया करता था। रोज की तरह शुक्रवार की रात सहार के बजरेयां स्थित पुराने फौजी बालू घाट पर बालू लोडिग करने गया हुआ था। बालू लोडिग कर आते समय बदमाशों ने चालक के सीने में गोली दाग दी। जिससे मौका-ए-वारदात पर ही मौत हो गई। बाद में सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार समेत अन्य पदाधिकारी वहां पहुंच गए। शव को उठाकर आरा लाया गया। सहार पुलिस जब बजरेयां बालू घाट के पास पहुंची तो चालक का शव ड्राइविग सीट पर ही पड़ा हुआ था। आसपास कोई मौजूद नहीं था। बाद में जब गाड़ी के ऑनर ने फोन किया तो उसकी पहचान हो सकी। रात डेढ़ बजे पीरो डीएसपी भी पहुंच गए।
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दो घंटे के इंतजार के बाद भी अधिकारी नहीं आए तो थाना घेराव के लिए चल पड़े
आरा: हत्या से गुस्साए ग्रामीणों ने सबसे पहले एकवारी के समीप सुबह आठ बजे से भाकपा-माले के नेतृत्व में आरा-अरवल मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। बिना परिजन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजे जाने, सड़क जाम के दौरान वरीय पदाधिकारी को घटनास्थल पर बुलाने, पीड़ित परिवार को दस लाख मुआवजा एवं सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे। लेकिन दो घंटे तक सड़क जाम के बाद भी स्थानीय प्रशासन के नहीं आने के कारण आक्रोश और बढ़ गया। इसके बाद थाना घेराव के लिए चल पड़े। अनुआं गांव के समीप पुलिस प्रशासन एवं ग्रामीणों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। ग्रामीण थाना घेराव करने के उद्देश्य से जबरन आगे बढ़ना चाह रहे थे । लेकिन, पुलिस आक्रोशित ग्रामीणों को रोकने का प्रयास कर रही थी। जिसको लेकर दोनों तरफ से हल्की नोकझोंक और झड़प हो गई। जिससे कुछ समय के लिए अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। पीड़ित परिवार को चार लाख 35 हजार पांच सौ रूपये की सहायता राशि मिलने के बाद सड़क जाम समाप्त हो सका। भाकपा-माले के प्रखंड सचिव उपेंद्र भारती ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही के कारण बरूही में अवैध ढंग से बालू की निकासी की जा रही है, जिसको लेकर ऐसी घटना घटी है। भाजपा नेता घनश्याम राय एवं पूर्व जिप सदस्य मीना कुमारी ने कहा कि प्रशासन पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा एवं अपराधियों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द करे। करीब पांच घंटे के बाद पीरो डीएसपी अशोक कुमार आजाद, जिला कल्याण पदाधिकारी अनिल प्रसाद सिंह, बीडीओ चंदा कुमारी, अगिआंव सर्किल इंस्पेक्टर नागेश्वर प्रसाद, अंचलाधिकारी अशोक कुमार चौधरी, सहार थानाध्यक्ष प्रवीन कुमार के पहल के बाद सड़क जाम को समाप्त किया गया। सड़क जाम के दौरान पूर्व प्रमुख मदन सिंह, रामदत्त राम, विजय भारती सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे। इस दौरान बीडीओ चंदा कुमारी ने बताया कि पीड़ित परिवार को जिला कल्याण विभाग द्वारा चार लाख 12 हजार पांच सौ रुपये, परिवारिक लाभ के तहत 20 हजार एवं कबीर अंत्येष्टि के तहत तीन हजार रुपये की राशि दी गई।
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पति का शव देख बेहोश हो गई रीमा
इधर, मां दुखनी देवी, पत्नी रीमा देवी, भाई दीपांकर, उदय, अमरेश एवं बहन रिकम का रो-रोकर बुरा हाल था। पत्नी बेहोश हो जा रही थी। हालांकि, एक वर्षीय पुत्र अखिलेश को नहीं पता था कि उसके पिता के साथ क्या हुआ है।
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पुलिस छावनी में तब्दील रहा अनुआं गांव
विधि व्यवस्था को कायम रखने के लिए पीरो डीएसपी अशोक कुमार आजाद के नेतृत्व में अगिआंव सर्किल इंस्पेक्टर नागेश्वर प्रसाद, सहार थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार, चौरी थानाध्यक्ष पवन कुमार, सिकरहटा, इमादपुर, चरपोखरी, नारायणपुर,अजिमाबाद थाना सड़क जाम के दौरान उपस्थित थे।
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टाइम लाइन
-11.30 बजे के बाद रात में हुई हत्या
-01:30 बजे रात में पीरो डीएसपी पहुंचे
-05:00 बजे सुबह में दूसरे दिन हुआ पोस्टमार्टम
-08:00 बजे सुबह में दूसरे दिन एकवारी के पास सबसे पहले सड़क जाम
-10:00 बजे सुबह में अनुआं गांव के पास रोड जाम कर आवागमन कर दिए
-01:00 बजे दोपहर के बाद समाप्त हुआ जाम