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स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट की जरूरत

सिविल सोसाइटी और स्वास्थ्य संगठनों ने बोलेगा बिहार अक्षय ऊर्जा इस बार सिटीजन कैंपेन के तहत स्वास्थ्य पे चर्चा कार्यक्रम का आयोजन ग्रीन हेवन रिसॉर्ट में किया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 04:13 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 04:13 PM (IST)
स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए 
एक विजन डॉक्यूमेंट की जरूरत
स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट की जरूरत

भोजपुर। सिविल सोसाइटी और स्वास्थ्य संगठनों ने बोलेगा बिहार, अक्षय ऊर्जा इस बार सिटीजन कैंपेन के तहत स्वास्थ्य पे चर्चा कार्यक्रम का आयोजन ग्रीन हेवन रिसॉर्ट में किया गया। कार्यक्रम में सदर अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. सतीश कुमार सिन्हा ने कहा कि स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट की जरूरत है, जो सभी स्वास्थ्य केंद्रों में बुनियादी सुविधाओं को सुनिश्चित करे। इस विजन डॉक्यूमेंट में अक्षय ऊर्जा और इसके विकेन्द्रीकृत मॉडलों को बड़े पैमाने पर अपनाया जाना चाहिए, ताकि सब तक स्वास्थ्य सुविधा आसानी से पहुंचे। डॉ. प्रतीक ने कहा कि यह एक स्वास्थ्य संकट का रूप ले रहा है, जिससे बच्चे, महिलाएं और बूढ़े सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। महिला और बाल स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में ग्रामीण स्वास्थ्य केन्द्रों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर विकेंद्रीकृत अक्षय ऊर्जा प्रणाली एक आशा की किरण साबित हो रही है।

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कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ. पीके द्विवेदी ने कहा कि राज्य के ग्रामीण स्वास्थ्य ढांचे में मानव संसाधन क्षमता बढ़ाने के साथ अक्षय ऊर्जा चलित उपकरणों का उपयोग बढ़ना चाहिए। ग्रामीण बिहार में विकेंद्रीकृत स्वास्थ्य संरचना को देखते हुए विकेंद्रीकृत अक्षय ऊर्जा बेहतर समाधान है, जिसे स्थान-विशेष के अनुसार ढाला जा सकता है और इससे सुदूर इलाके में स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारा जा सकता है।

आगत अतिथियों का स्वागत और मंच संचालन करते हुए यथार्थ के सचिव भास्कर मिश्र ने कहा कि बोलेगा बिहार, अक्षय ऊर्जा इस बार एक जन अभियान है, जो राज्य के प्रतिष्ठित सिविल सोसाइटी संगठनों के द्वारा संचालित किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य राज्य में जलवायु परिवर्तन के संकट के समाधान में सक्षम अक्षय ऊर्जा खासकर सोलर सोल्यूशंस की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए जन-जागरूकता फैलाना और इस पर आम जनमानस के साथ रचनात्मक संवाद करना है। अन्य प्रमुख वक्ताओं में डॉ. आशीष केडिया, डॉ. अभिनीत कुमार, डॉ. विजय गुप्ता आदि थे। धन्यवाद ज्ञापन सुनील पांडेय ने किया। इस अवसर पर मनोज पांडेय, ए अनुराग, अजितेश पराशर, कृष्ण मुरारी पांडेय, प्रीतम सिंह, प्रेम रंजन मिश्र, प्रवीण शेखर, गुप्तेश्वर पांडेय आदि उपस्थित थें।


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