चार रोज से लापता कंपाउंडर का शव कुआं से बरामद, हंगामा
आरा/उदवंतनगर। भोजपुर जिला के उदवंतनगर थाना क्षेत्र अन्तर्गत उदवंतनगर पूर्वी अनुसूचित जाति टोला के समीप स्थित कुआं में सोमवार की सुबह चार दिनों से लापता एक प्राइवेट अस्पताल के कम्पाउंडर का शव बरामद किया गया। कुआं से शव बरामद होते ही आक्रोश भड़क उठा। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर उतर गए। उदवंतनगर के पास ही आरा-सासाराम स्टेट हाइवे को जाम कर दिया। आक्रोशित परिजनों समेत ग्रामीणों द्वारा करीब एक घंटे तक आरा-सासाराम मुख्य मार्ग को जाम रखा।
आरा/उदवंतनगर। भोजपुर जिला के उदवंतनगर थाना क्षेत्र अन्तर्गत उदवंतनगर पूर्वी अनुसूचित जाति टोला के समीप स्थित कुआं में सोमवार की सुबह चार दिनों से लापता एक प्राइवेट अस्पताल के कम्पाउंडर का शव बरामद किया गया। कुआं से शव बरामद होते ही आक्रोश भड़क उठा। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर उतर गए। उदवंतनगर के पास ही आरा-सासाराम स्टेट हाइवे को जाम कर दिया। आक्रोशित परिजनों समेत ग्रामीणों द्वारा करीब एक घंटे तक आरा-सासाराम मुख्य मार्ग को जाम रखा। सड़क पर उतरे गुस्साए ग्रामीण हत्या का आरोप लगाते हुए हत्यारों की गिरफ्तारी व उदवन्तनगर में शराब बिक्री पर रोक लगाने की मांग कर रहे थे। आक्रोशित ग्रामीण पुलिस पर शराब बेचवाने का आरोप लगाते हुए रोषपूर्ण नारेबाजी कर रहे थे। बाद में थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा के आश्वासन के बाद सड़क जाम समाप्त किया गया। हालांकि, पुलिस के अनुसार शुरूआती जांच में कुआं में गिरकर डूबने से मौत होना प्रतीत हो रहा है। मृतक मनोज कुमार पांडेय (43वर्ष) उदवंतनगर निवासी स्व.बासदेव पांडेय के पुत्र थे। आरा के एक निजी अस्पताल में कम्पाउंडर का काम करते थे। मृतक का शरीर कुआं के पानी में होने के चलते काफी सूज गया था। नाक से हल्का खून निकल रहा था। हाथ व कमर की त्वचा उखड़ी हुई थी। उदंवतगनर थानाध्यक्ष के अनुसार प्रथम ²ष्ट्या डूबने से मौत होना प्रतीत होता है। शरीर पर किसी तरह का कोई गंभीर जख्म नहीं पाया गया है।
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ड्यूटी से उदवंतनगर आने के बाद हो गए थे गायब:
उदवंतनगर निवासी मनोज कुमार पांडेय करीब पांच-छह साल से आरा के चिकित्सक डॉ. रमेश मिश्रा के यहां कम्पाउंडर का काम करते चले आ रहे थे। रोज की तरह गुरूवार यानी 14 मार्च को भी ड्यूटी पर आए थे। शाम में घर लौटने के दौरान उदवंतनगर आने के बाद अचानक गायब हो गए थे। जिसके बाद से परिजन उनकी खोजबीन कर रहे थे। लेकिन, कही कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। इस बीच सोमवार की सुबह उदवंतगनर अनुसूचित जाति टोला स्थित कुआं से एक शव बरामद किया गया। जिसकी पहचान लापता मनोज पांडेय के रूप में की गई। इधर, शव बरामद होते ही ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। मृतक के परिजनों ने बताया कि वृहस्पतिवार को अपराह्न तीन बजे के बाद मनोज पांडेय ड्यूटी से लौटे थे। वे आरा के एक नीजि अस्पताल में कार्य कर रहे थे। शाम को जब घर से बाजार की ओर गए तो वापस नहीं लौटे। इस बीच अचानक कुआं में शव बरामद किया गया। मृतक के पुत्र तथा अन्य परिजनों ने आरोप लगाया कि उसके पिता की हत्या हुई है। यह हादसा नहीं हो सकता।
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तीन बच्चों के सिर से उठा पिता का साया:
उदवंतनगर गांव निवासी मनोज कुमार पांडेय की शादी बड़हरा थाना क्षेत्र के बड़की लौहर गांव में हुई थी। पति का शव बरामद होने के बाद रंभा देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। इस घटना के बाद तीन पुत्रों हिमांशु पांडेय उर्फ वासुकी पाण्डेय, ब्रह्मेश्वर नाथ पाण्डेय, वैजूनाथ पांडेय व इकलौती पुत्री ज्योति कुमारी के सिर से हमेशा के लिए पिता का साया उठ गया है। आसपड़ोस के लोग ढाढ़स बंधाने के लिए आए हुए थे। मृतक के बड़े बेटे हिमांशु ने बताया कि उसके पिता की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। उदवन्तनगर बीडीओ धर्मेन्द्र कुमार सिंह ने पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20 हजार रुपए का चेक मृतक के परिजन को सौंपा।
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आधा दर्जन से अधिक लोगों की जान ले चुका है मौत का कुआं: उदवन्तनगर के पूर्वी अनुसूचित जाति टोला के जिस कुआं से मनोज पांडेय नामक कम्पाउंडर का शव बरामद हुआ हैं, उसे अब मौत का कुआं कहा जाने लगा है। स्थानीय लोगों की मानें तो अभी तक आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत रहस्यमय परिस्थिति मे कुआं में गिरकर हो चुकी है। इसे लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है। मनोज की शव बरामदगी के एक माह पहले भी सरथुआं गांव के एक अनुसूचित जाति टोला के एक युवक की मौत भी संदेहास्पद स्थिति में इसी कुआं में गिरकर हुई थी। इसके बाद लोगों ने हंगामा भी मचाया था।
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